कानपुर में प्लाट और घर की रजिस्ट्री का झांसा देकर कारोबारी सहित तीन लोगों को ठगा: वापस मांगने पर जान से मारने की दी धमकी
अलग-अलग थानों में तीन रिपोर्ट दर्ज
कानपुर, अमृत विचार। प्लाट और घर की रजिस्ट्री का झांसा देकर कारोबारी सहित तीन लोगों को ठगों ने शिकार बनाया और साढ़े 64 लाख रुपये हड़प लिए। कारोबारी ने आरोप लगाया कि ठगी करने वाले के पास दो आधार कार्ड हैं। जिससे वह ऐसे फ्राड करता है। अन्य दो फ्राडों ने सरकारी जमीन की ही रजिस्ट्री कर दी। तीनों मामलों में बाबूपुरवा, चकेरी और अनवरगंज पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।
अजीतगंज निवासी शमशाद अली चमड़ा कारोबारी हैं। उन्होंने बताया कि 2021 में राकेश कुमार और उसके भाई मनोज कुमार से एक घर खरीदने के लिए 60 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। मनोज कुमार ने अपने हिस्से का 30 लाख रुपये लेकर रजिस्ट्री कर दी, लेकिन राकेश ने रजिस्ट्री करने से यह कहकर मना कर दिया कि 20 लाख रुपये अतिरिक्त चाहिए। न मनोज ने रजिस्ट्री और न ही राकेश ने पैसा लौटाया। दोनों भाई काफी समय तक टरकाते रहे। उसने बाबूपुरवा में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वहीं अनवरगंज के इफ्तिखाराबाद निवासी तौफीक अहमद के अनुसार जाजमऊ स्थित एमराल्ड गुलिस्तान में 236 गज जमीन का सौदा आसिफ से 60 लाख रुपये में हुआ था। उन्होंने 2021 से 2022 तक आसिफ और उसकी पत्नी दरख्शा के खाते में कई बार में 42 लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद 2025 तक रजिस्ट्री न करने पर रुपये वापस मांगे तो उन्होंने 18 लाख लौटाए। बाकी 28 लाख मांगने पर आरोपी ने धमकी दी। इस पर अनवरगंज थाने में दंपती के खिलाफ ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इसी प्रकार राजस्थान के जयपुर अखेपुरा निवासी सीमा सिंह के अनुसार उनके पति जोगेंद्र सिंह फौज में हैं। सनिगवां के भाभानगर निवासी सुमित द्विवेदी और मंगला विहार निवासी रवि विश्वकर्मा ने उन्हें एक प्लाट अहिरवां में दिखाया था। दोनों ने करीब साढ़े छह लाख रुपये लेकर अहिरवां निवासी वंशीलाल के जरिए प्लाट की रजिस्ट्री दिसंबर 2021 में करा दी। आरोप है कि जब वह प्लाट पर काम कराने गईं तो उन्हें पता चला कि वह सरकारी जमीन है। इस पर उन्होंने रुपये वापस मांग तो आरोपी जान से मारने की धमकी देने लगे। पीड़िता ने चकेरी थाने में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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