उपभोक्ताओं को लगा झटका, LPG सिलेंडर के दाम में हुई 50 रुपए की बढ़ोत्तरी, पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी

उपभोक्ताओं को लगा झटका, LPG सिलेंडर के दाम में हुई 50 रुपए की बढ़ोत्तरी, पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी

Price Hike: केंद्र सरकार ने सोमवार यानी की 7 अप्रैल 2025 को तेल के दाम बढ़ाने का बड़ा ऐलान कर दिया है। केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है. नई दरें आज रात 12 बजे से लागू किया जाएगा। वहीं सरकार ने आम लोगों को एक बड़ा झटका भी दे दिया है। अब एलपीजी सलेंडर के दामों में 50 रूपए की बढ़ोतरी कर दी गई है। जो गैस सलेंडर आपको 803 का मिलता था वो अब 853 का हो गया है। आपको बता दें कि अमेरिक के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर के चलते सोमवार की सुबह शेयर बाजार में हाहाकार मच गया। शेयर मार्केट में सेंसेक्स तीन हजार पॉइंट से ज्यादा गिर गया।

853 का मिलेगा सिलेंडर

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा कि वितरण कंपनियों ने रसोई गैस या एलपीजी की कीमत में प्रति सिलेंडर 50 रुपये की बढ़ोत्तरी की है। मंत्री हरदीप सिंह ने कहा कि यह बढ़ोतरी उज्ज्वला योजना और सामान्य उपभोक्ताओं दोनों के लिए लागू होगी। सामान्य उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो जाएगी। उज्ज्वला योजना के तहत उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले एक सिलेंडर की कीमत अब 503 रुपये से बढ़कर 553 रुपये होगी।

एक्साइज ड्यूटी का नहीं पड़ेगा आम आदमी पर असर

सरकार की ओर से एक आदेश जारी कर कहा गया कि पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर 13 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि "मैं साफ कर दूं कि एक्साइज दरों में बढ़ोतरी का असर आम लोगों पर नहीं पड़ेगा।"

'खुदरा की कीमतों में नहीं होगी बढ़ोतरी' 

वित्त मंत्रालय के रेवेन्यू की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार आम आदमी पर इस बढ़े हुए दामों का बोझ नहीं पड़ेगा। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने पब्लिक सेक्टर की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ONGC) को सूचित किया है कि खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। पिछले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल कीमतों में गिरावट आने से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कटौती की उम्मीद जताई भी जा रही थी, लेकिन अब उत्पाद शुल्क बढ़ जाने से ऐसा होने की संभावनाएं कम हो गई है।


केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी ऐसे समय में बढ़ाई है, जब क्रूड ऑयल 4 साल के निचले स्तर तक पहुंच गया है। लखनऊ में अभी पेट्रोल 94.69 रुपये और डीजल 87.91 रुपये लीटर बिक रहा है। दिल्ली में पेट्रोल 94 रुपये और डीजल 87 रुपये लीटर में है। मुंबई में पेट्रोल 103.44 रुपये और डीजल 89.97 रुपये बिक रहा है। (ये आंकड़े 7 अप्रैल 2025 के हैं।)

अमेरिका वर्सेस चीन

अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध छिड़ने से कच्चे तेल की कीमतें अप्रैल, 2021 के बाद के सबसे निचले स्तर पर आ गई हैं। दरअसल, बढ़ते व्यापार तनाव ने मंदी आने और कच्चे तेल की मांग घटने की आशंकाओं को बढ़ा दिया है। सोमवार को ब्रेंट क्रूड वायदा 2.43 डॉलर यानी 3.7 प्रतिशत गिरकर 63.15 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया जबकि यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 2.42 डॉलर यानी 3.9 प्रतिशत गिरकर 59.57 डॉलर के भाव पर आ गया। भारत के लिए कच्चे तेल की कीमतें काफी मायने रखती हैं। इसकी वजह यह है कि भारत अपनी 85 प्रतिशत कच्चे तेल की जरूरतों को आयात से ही पूरा करता है। 

11 साल में कितना बढा दाम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने 11 साल के अपने शासन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें गिरने की स्थिति में उत्पाद शुल्क में वृद्धि की है। नवंबर, 2014 से जनवरी, 2016 के बीच सरकार ने वैश्विक तेल कीमतों में गिरावट से होने वाले लाभ को कम करने के लिए नौ मौकों पर पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाया था। उन 15 महीनों में पेट्रोल पर 11.77 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13.47 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई थी। इससे सरकार का उत्पाद शुल्क संग्रह 2014-15 में 99,000 करोड़ रुपये से दोगुने से अधिक बढ़कर 2016-17 में 2,42,000 करोड़ रुपये हो गया। सरकार ने अक्टूबर, 2017 में भी उत्पाद शुल्क में दो रुपये और एक साल बाद 1.50 रुपये की कटौती की थी। लेकिन जुलाई, 2019 में इसने उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की। इसने मार्च, 2020 में फिर से उत्पाद शुल्क में तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। मार्च, 2020 से मई, 2020 के बीच पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कुल 13 रुपये और 16 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आने पर सरकार ने उत्पाद शुल्क में पेट्रोल और डीजल में क्रमशः 13 रुपये और 16 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि को वापस ले लिया। इससे दिल्ली में पेट्रोल की कीमत को 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल को 96.67 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड उच्च स्तर से नीचे लाने में मदद मिली। पिछले साल आम चुनावों की घोषणा से ठीक पहले सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी। फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.77 रुपये और डीजल की कीमत 87.67 रुपये प्रति लीटर है।

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