बलरामपुर: उतरौला में धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह का भंडाफोड, ATS ने दो को किया गिरफ्तार
बलरामपुर, अमृत विचार। देश विरोधी गतिविधियों के साथ धोखाधड़ी कर धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह का भंडाफोड आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने किया है। उतरौला के मधपुर निवासी दो आरोपितों को एटीएस लखनऊ की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उतरौला का एक गिरोह धोखाधड़ी कर धर्म परिवर्तन कराने का गोरखधंधा कर रहा है।एटीएस के गोमतीनगर थाने में वर्ष 2024 के अगस्त माह में 10 आरोपितों को नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ धर्म परिवर्तन समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु की।
पूरे मामले में उतरौला के मधपुर निवासी पीर बाबा नाम से मशहूर जमालुद्दीन उर्फ झांगुर बाबा पूरे गिरोह का मुखिया बताया गया है। एटीएस की टीम ने उसके बेटे महबूब और धर्म परिवर्तन करके मधपुर के निवासी बन चुके नवीन उर्फ जमालुद्दीन को लखनऊ कार्यालय पूछताछ के लिए मंगलवार को बुलाया था। बुधवार को मामले में गहनता से पूछताछ की। इसके बाद आरोपों की पुष्टि होने पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
एटीएस ने निरीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उतरौला के मामले की एफआईआर दर्ज हुई थी और पूछताछ किया गया है। वहीं उतरौला के कोतवाल अवधेश राज सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि की, कहा कि उनकी बात हुई है। दो आरोपितों को एटीएस ने एक मुकदमे में गिरफ्तार किया है। उन्होंने जानकारी मांगी है, अभी मिली नहीं है। एटीएस के सीओ संजय सिंह ने ज्यादा जानकारी नहीं दी, कहा कि वह मीटिंग में व्यस्त हैं, कार्रवाई की गई है। अभी एटीएस पूरे मामले की जांच कर रही है।
एटीएस ने इन लोगों के खिलाफ दर्ज की है एफआईआर
मधपुर उतरौला के जलालुद्दीन उर्फ झांगुर बाबा, महबूब, नीतू उर्फ नसरीन, नवीन उर्फ जमालुद्दीन, मोहम्मद सबरोज, रशीद, गैडास बुजुर्ग थाना क्षेत्र के रेहरामाफी निवासी शहाबुद्दीन, गोंडा के धानेपुर थाना क्षेत्र के रेतवागाड़ा निवासी रमजान, महाराष्ट्र के नागपुर शहर के मांगपुर निवासी ईदुल इस्लाम व एक अज्ञात के खिलाफ एटीएस थाना गोमतीनगर में अगस्त 2024 को एफआईआर दर्ज हुई है।
अंगूठी और नग बेंचने से झांगुर ने तय किया पीर बाबा तक का सफर
उतरौला के मधपुर निवासी जलालुद्दीन उर्फ झांगुर पहले अंगूठी और नग यानि पत्थर बेचता था। दरगाह और स्थानीय मेलों में भी वह यही काम करता रहा है। उतरौला कोतवाली के कोतवाल अवधेशराज भी बताते हैं कि उनकी जानकारी के अनुसार वह पांच-छह साल पहले तक अंगूठी और नग बेचता था। अचानक से उतरौला में एक राजशाही ठाठ से रहने लगा है।
उतरौला के लोग भी उसके इस तरक्की से भौचक्के हैं, पूरे उतरौला में जमीनों की खरीद फरोख्त में उसने कदम बढ़ाया। वह अब पीर बाबा बन चुका है, लोगों को दुआएं देने लगा। उसने यह धन धर्म परिवर्तन कराकर कमाया और विदेशी फंड भी हासिल करने का आरोप उस पर लग चुका है। यह अलग बात है कि अभी विदेशी फडिंग की पूरी जानकारी एटीएस भी जुटा रही है।
बाबा की शरण में पूरे परिवार के साथ आए महाराष्ट्र के नवीन
महाराष्ट्र के नवीन रोहरा अब पूरे परिवार के साथ बाबा की शरण में आ गए हैं। वह पहले दुबई में कारोबार करता था। नवीन रोहरा ने भी अपना नाम धर्म परिवर्तन के बाद जमालुद्दीन ही रख लिया है, वास्तव में बाबा का नाम भी जमालुद्दीन है। इससे नाम बदलने में बड़ा संकेत मिल रहा है। इसके अलावा नीतू जो सीए की पढ़ाई कर चुकी है और लंदन के फर्म में काम करती थी। वह अब नसरीन बन चुकी है। नवीन की एक नाबालिग बेटी भी है, जिसका भी नाम बदल चुका है। पूरा परिवार बाबा पर आंख मूंदकर भरोसा करते हैं और उतरौला के मधपुर में बने अलीशन कोठी में रहते हैं। अब नवीन एटीएस की गिरफ्त में है। माना जा रहा है कि नवीन की आमदनी की भी जांच हो रही है।
हाजी अली दरगाह मुंबई तक जाता था जमालुद्दीन
महराष्ट्र के मुंबई में मशहूर हाजी अली दरगाह पर जमालुद्दीन अंगूठी और नग बेचने जाता था। उसके संबंध नागपुर के ईदुल इस्लाम से भी था। बताया जा रहा है कि वहीं पर मुंबई के नवीन रोहरा से जमालुद्दीन की मुलाकात किसी माध्यम से हुई। इसके बाद नवीन रोहरा का मांइडवाश करने का सिलसिला शुरु हुआ। कुछ दिनों बाद ही नवीन इस्लाम कबूल करने को तैयार हो गया। वह पत्नी और बेटी के साथ जमालुद्दीन के साथ उतरौला आ गया।
अलीशान कोठी बनाई और डिग्री कॉलेज खोलने का खींचा खाका
उतरौला के मधपुर में जमालुद्दीन ने एक अलीशान कोठी बनाई। दो मंजिला कोठी में सबसे ऊपर के कमरें में उसने अपना ठिकाना बना रखा है। सुरक्षा के दोहरे घेरे में उसका आवास है। इसके साथ ही परिसर में भी उसने डिग्री कॉलेज खोलने की रणनीति के तहत एक भवन का निर्माण भी कराया है। फिलहाल उसके डिग्री कॉलेज खोलने के मंसूबे पर एटीएस की कार्रवाई ने पानी फेर दिया है। इसके साथ ही उतरौला और आसपास उसके कई प्लॉट और जमीन हैं। शहर में एक व्यवसायिक दुकान भी है, जिसकी बिक्री करने के फिराक में भी है। फिलहाल एटीएस की कार्रवाई की पूरे क्षेत्र में खासी चर्चा है।
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