Lucknow Encounter: पुलिस से मुठभेड़ के बाद दो बदमाश गिरफ्तार, पैर में लगी गोली, मंचा, कारतूस और बाइक बरामद

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। यूपी के राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज के भैदुआ गांव में किसान के घर 24 मार्च की देर रात धावा बोलने वाले दो बदमाशों की रविवार देर रात पुलिस से मुठभेड़ हुई। चेकिंग के दौरान देखते ही बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग। जवाबी कार्रवाई में दो बदमाशों के पैर में गोली लगी और वह बाइक लेकर गिर पड़े। पुलिस ने घेरकर दोनों बदमाशों को दबोच लिया। उनके पास से तमंचे, कारतूस और बाइक बरामद हुई। पुलिस ने घायल बदमाशों को अस्पताल पहुंचाया। गिरोह में कई अन्य लोग भी शामिल हैं। जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि 24 मार्च को भैदुआ गांव निवासी किसान गंगाराम के घर बदमाशों ने धावा बोला था। खटपट से किसान की बहू सविता की नींद खुली ताे बदमाशों को देख शोर मचाया था। परिजन ने दौड़ाया तो बदमाश फायर करते हुए भाग थे। पुलिस को मकान की छत और खेत में खून मिला था। आशंका जतायी गयी थी कि फायरिंग में बदमाश के साथी को ही गोली लगी थी। 25 मार्च को मोहनलालगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी थी।

सर्विलांस और सीसी फुटेज की मदद से बदमाशों की पहचान हुई। रविवार रात करीब 11:45 बजे पूरनपुर के पास पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी। तभी बाइक सवार दो संदिग्ध नजर आए। सिपाहियों के रोकने पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। जिसमें सीतापुर बेलवा निवासी कमलेश और रामचंद्र उर्फ छोटे के पैर में गोली लगी। दोनों लोग बाइक लेकर गिर पड़े। जिन्हें सिपाहियों ने दबोच लिया। एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने बताया कि बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार का इनाम था। पूछताछ में पता चला कि कमलेश और रामचंद्र के खिलाफ सीतापुर में करीब आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। 24 मार्च की रात करीब पांच बदमाश डकैती के इरादे से आए थे।

बचाने में साथी को लगी थी गोली, अस्पताल से मिली थी लीड

किसान गंगाराम की बहू सविता के चिल्लाने पर बदमाशों को उल्टे पांव भागना पड़ा था। वहीं, किसान के बेटे रजत उर्फ राजू ने एक बदमाश को आंगन में ही दबोच लिया था। जिसे छुड़ाने के लिए बदमाशों ने फायरिंग की थी। जिसमें गोली गिरोह में शामिल एक सदस्य को लगी थी। जिसके बाद कमलेश और रामचंद्र साथी को लेकर भाग गए थे। एसीपी ने बताया कि गोली लगने वाले बदमाश का एक नर्सिंग होम में इलाज भी कराया गया था। इस आधार पर ही पुलिस ने लुटेरों को तलाशना शुरू किया था। कई अस्पतालों की फुटेज खंगालने पर बदमाशों की पहचान हुई थी।

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