लाखों खर्च के बाद भी पेड़ों की टहनियां बन रही शार्ट सर्किट की वजह, राजधानी में हर दिन कई इलाके झेल रहे लाइट न आने की परेशानियां

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पेड़ों और उसकी टहनियों के बीच गुजर रहे तारों को अलग करने के लिए बिजली विभाग कटाई-छंटाई पर लाखों रुपया पानी की तरह बहा रहा है। बावजूद इसके यही पेड़ और टहनियां बिजली के शार्ट सर्किट का कारण बन रही हैं। इससे जहां विभाग को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है, वहीं उपभोक्ताओं को घंटो सप्लाई बाधित होने परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शिकायत करने पर अधिकारी और कर्मचारी हवा के कम होने पर सप्लाई को चालू करने का आश्वासन देकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ रहे है।

शहर में अनुरक्षण काम के नाम पर पेड़ों के बीच से गुजर रहे तारों को अलग करने के लिए महीनों से कटाई-छंटाई का काम चल रहा है। इसके बाद भी पेड़ों और टहनियों के बीच से गुजर रहे तारों में आए दिन शार्ट सर्किट होने से घंटों सप्लाई बाधित हो रही है। इसके कारण उपभोक्ता घर से बाहर निकल कर रात बाहर गुजारने को मजबूर है। इन पेड़ो की छंटाई के लिए उपकेंद्र पर अलग से टेंडर होता है। हर 6 महीने पर दो लाख से अधिक का टेंडर अधिशासी अभियंता की ओर से किया जाता है। बावजूद इसके तार से चिपकने वाली टहनियों को नहीं काटा जाता है।

मालूम हो कि विभाग की ओर से कटाई-छंटाई का काम ठेकेदार से कराया जाना चाहिए, लेकिन अधिकारी यह काम उपकेंद्र पर तैनात संविदा कर्मियों से ले रहे है। विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के चंदप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि नौकरी के निकाले जाने के डर से संविदा कर्मी उपकेंद्र के अंदर घास के छीलने से लेकर साफ-सफाई तक का काम कर रहे है। संविदा कर्मी के कार्य के मना करने पर उसे हटाने से लेकर दूसरे उपकेंद्र पर तैनात करने का फरमान सुना दिया जाता है, जबकि यह सभी कार्य के लिए विभाग की ओर से टेंडर किया जाता है।

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यहां पर तारों से चिपक रही है पेड़ों की टहनियां

नादरगंज का गहरू पावर हाउस, शारदानगर सब स्टेशन, बीकेटी, उतरेठिया पावर हाउस, गोमतीनगर पावर हाउस, मोहनलालगंज, यूपीआईएल सब स्टेशन, चिनहट, बनी, इंदिरानगर, डालीगंज, महानगर, बंगला बाजार, सहित कई इलाकों में पेड़ो से टकराकर शार्ट सर्किट की घटनाएं अधिक हो रही है।

पेड़ों के बीच से गुजर रहे तारों को तेजी से हटाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए सभी उपकेंद्र अधिकारियों को निर्देश भी दे दिए गए है। शार्ट सर्किट के कारण सप्लाई के बाधित होने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय होगी।
-रजत जुनेजा, मुख्य अभियंता सिस गोमती

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