Bareilly: बिजली संकट झेल रहे लोग, 50 करोड़ के कराए कार्य नहीं आए काम

Bareilly: बिजली संकट झेल रहे लोग, 50 करोड़ के कराए कार्य नहीं आए काम

बरेली, अमृत विचार: शहर में शुक्रवार रात एक घंटे की आंधी-बारिश ने बिजली विभाग के 50 करोड़ रुपये के कार्यों पर पानी फेर दिया। जबकि विभाग ने दावा किया था कि गर्मी में उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति मिल सकेगी, क्योंकि जर्जर लाइनें और पोल बदलने के साथ ट्रांसफार्मर की कमियों को दूर कर लिया है। 11 अप्रैल को भी आंधी से लोगों को बिजली संकट से जूझना पड़ा था।

बिजली विभाग ने जनवरी से मार्च तक काम कराने के नाम पर हर रोज कई-कई घंटे के शटडाउन लेकर आपूर्ति बंद रखी थी। फरवरी में अनुरक्षण माह मनाकर बिजली की लाइन पर आ रही पेड़ों की टहनियों की छटाई की थी, लेकिन आंधी-पानी में सबसे अधिक दिक्कत बिजली की लाइन पर पेड़ गिरने से हुई।

 

शहर के कई इलाकों में रहा बिजली संकट

रविवार को भी शहर के कई इलाकों में बिजली का संकट बना रहा। कुतुबखाना के मोती पार्क फीडर पर रविवार शाम 6 बजे तारों में आग लगने से आपूर्ति बाधित रही। इसके अलावा डीडीपुरम सबस्टेशन के नई बस्ती ब्रह्मपुरा समेत अन्य जगह पर फेस नहीं आने से दिक्कत हुई। सनसिटी सबस्टेशन के कुर्मांचलनगर आदि जगह पर हाई वोल्टेज होने से लोग परेशान हुए। डेलापीर सबस्टेशन के एकतानगर इलाके में रविवार दोपहर को ट्रिपिंग की समस्या रही। जगतपुर सबस्टेशन के आजादनगर, पशुपति विहार कॉलोनी, सतीपुर, पुराना शहर आदि जगह पर भी रविवार रात 8 से 9 बजे तक फाल्ट की वजह से आपूर्ति बाधित रही। इसके अलावा हरुनगला के ग्रीन पार्क, राधा कुंज कॉलोनी, आशीष रायल पार्क, खुशबू एन्क्लेव आदि जगह पर भी तीन से चार घंटे की कटौती की गई।

वर्जन

अनुरक्षण माह में जो पेड़ों की टहनियों की छंटाई की गई थी, अब वह फिर से बढ़ गई हैं। आंधी पानी में दिक्कत हो गई थी। जहां भी कमी थी उसे दूर करा दिया गया है। -सुरेन्द्र कुमार, अधिशासी अभियंता