घड़े का पानी: ठंडक के साथ-साथ सेहत भी, एक परंपरा जो आज भी कायम
हल्द्वानी, अमृत विचार: गर्मी में मिट्टी के घड़े की मांग बढ़नी शुरू हो जाती है। लोग मिट्टी के घड़े खरीद कर घर ले जाते हैं। बाजार में जगह-जगह मटकियां और घड़े रखें दिखाई देने लगे हैं। गर्मियों में इनकी बिक्री जोरों से होती है। पहाड़ी दूरस्थ क्षेत्र हो या शहर हर पहाड़ के हर घर में आपको मटका (घड़े) जरूर दिखाई देगा। ज्यादातर पुराने लोग अपने पानी को ठंडा करने के लिए प्रयोग में लाया करते हैं। मिट्टी के घड़े में पानी न केवल प्राकृतिक तरीके से ठंडा रहता है बल्कि इसमें भरा पानी पीने से कई अन्य सेहत लाभ भी होते हैं। इसका पानी पीने से पाचन तंत्र में सुधार होता है और एसिडिटी से राहत मिलती है। इससे शरीर को गर्मी से राहत मिलती है और लू से बचाव होता है।
इसके साथ ही मटके का पानी गले को आराम देता है और फ्रिज के ठंडे पानी की तरह गले को नुकसान नहीं पहुंचाता। यही कारण है कि गर्मियों में अधिकांश लोग स्टील व तांबे के मटके हटाकर मिट्टी के घड़े में पानी रखना शुरू कर देते हैं। गर्मी के मौसम में ठंडे पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। मिट्टी से बने घड़े या मटके में मृदा के खास गुण होते हैं, जो पानी की अशुद्धियों को दूर करते हैं और शरीर को लाभकारी मिनरल्स प्रदान करते हैं। मिट्टी के बर्तनों के विक्रेता राजीव कुमार ने बताया कि शीशमहल पर हमारी मटकों की दुकान है और हमारी दुकान से मटके पूरे कुमाऊं के लोग ले जाते हैं। गर्मियों में इनका पानी पीना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है जो शरीर को भी फिट रखता है। हमारे वहां 70 से 500 रुपये तक मटके की घड़े उपलब्ध हैं।
क्या कहते है आयुर्वेद चिकित्सक
हल्द्वानी के वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक विनय खुल्लर ने बताया कि मिट्टी के घड़े का पानी पीने का एक और लाभ यह भी है कि इसमें मिट्टी में क्षारीय गुण विद्यमान होते हैं। क्षारीय पानी अम्लता के साथ प्रभावित होकर उचित पीएच संतुलन प्रदान करता है। इस पानी को पीने से एसिडिटी पर अंकुश लगाने और पेट के दर्द से राहत पाने में मदद मिलती है। गर्मियों में लू लगने से लोगों को बीमार होने का खतरा होता है और मटके में पानी रखना इससे बचने में मददगार हो सकता है। यह पानी सर्दी-जुकाम से बचाव, एसिडिटी से राहत, ब्लड प्रेशर पर काबू और आयरन की कमी दूर को भी दूर करता है।
मिट्टी के घड़े में पानी पीने के 5 फायदे
1-इम्यून सिस्टम मजबूत करता है, मिट्टी में नेचुरल मिनरल्स होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
2-पानी को नेचुरली ठंडा करता है, बिना फ्रिज के पानी को संतुलित तापमान पर ठंडा रखता है, जो गले के लिए सुरक्षित होता है।
3-ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है, फ्रिज के ठंडे पानी की तुलना में यह दिल के लिए ज्यादा सुरक्षित होता है।
4-पाचन में सहायक, मिट्टी के तत्व पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और एसिडिटी कम करते हैं।
5-पर्यावरण के अनुकूल, न प्लास्टिक, न बिजली और पूरी तरह इको-फ्रेंडली विकल्प।
