Prayagraj News : एसीएस ने शिक्षा निदेशालय के अफसरों की क्लास ली, पूछा- दूसरे अनुभाग की फाइलें कैसी पहुंची वहां
प्रयागराज। उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के चार अनुभागों की पांच हजार से अधिक फाइलें जलने के मामले को लेकर अपर मुख्य सचिव (एसीएस) दीपक कुमार ने आज शिक्षा निदेशालय के अफसरों से लखनऊ स्थित कार्यालय में काफी देर तक पूछताछ किया। इस दौरान एसीएस ने शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के अफसरों से आग लगने, जली हुई फाइलों सहित अन्य मामले में काफी देर तक अलग-अलग वरिष्ठ शिक्षा अफसरों से पूछताछ किया।
उन्होंने यह भी पूछा कि संबंधित अनुभाग के अलावा अन्य कौन - कौन सी फाइलें किस - किस अनुभाग और संबंधित मामले की थी जो उस अनुभाग में कैसे पहुंची और उसके लिए कौन जिम्मेदार है। अगर दूसरे अनुभाग की फाइल थी तो उस अनुभाग में कैसे और क्यों पहुंची। इन सभी प्रश्नो का एसीएस शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अफसरों से बार - बार सवाल किया था जिस पर शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के अफसरों का रटा - रटाया एक ही उत्तर था कि संबंधित बाबू ही इसके बारे में विस्तार से जानकारी दें सकता है वह उस अनुभाग में क्यों फ़ाइल रखा था, हम लोगों से इसका कोई मतलब नहीं है क्योंकि फाइल देखने के बाद निर्देश / आदेश देकर फाइल को बाबू को कारवाई के लिए दिया जाता है, यहां तक कि अफसर उसकी फोटो स्टेट तक नहीं रखते हैं।
एसीएस ने करीब पांच घण्टे तक अलग-अलग अफसरों से अलग - अलग सवाल,जवाब किया। संभावना है कि अगले तीन-चार दिनों में शिक्षा निदेशालय के अग्नि काण्ड वाले अनुभाग के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और बाबुओं से उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज में पूछताछ होगी जिसकी तैयारियां शुरू हो गयी है। उल्लेखनीय है कि उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज में रविवार को हुए भीषण अग्निकांड में एडेड विद्यालयों में हुई विवादित भर्ती और फर्जी भर्ती की फाइलें जलने की संभावना जताई जा रही है क्योंकि अग्नि काण्ड के 24 घण्टे बाद यह बात सामने आने लगी है कि दूसरे मण्डलों की फाइलें भी वहां रखी गयी थी जबकि शिक्षा निदेशालय के अफसरों का कहना है कि एडेड विद्यालयों में भर्ती और बर्खास्तगी की कार्रवाई उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज करता है, यहां शिकायत के बाद सिर्फ जांच और कारवाई होती है, ऐसे में फाइलों में आग लगाने का कोई औचित्य नहीं होता है। बहरहाल मामले की जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी।
हजारों फाइलें जलने वाला अनुभाग सील
उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के जिन चार अनुभागों में आग लगने से हजारों फाइलें जलकर राख हो गयी थी उनको देर रात सील कर दिया गया है क्योंकि आग बुझने के बाद काफी देर तक जली फाइलें और सामान सुलगते रहे। इससे धुआं और गर्मी शिक्षा निदेशालय के गलियारे और कमरे में ज्यादा हो गयी थी। एडी माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी के निर्देश पर धुआं बंद होने और गर्मी कम होने पर जिला हुआ अनुभाग और सीसीटीवी का डीबीआर सील किया गया। जांच समिति के आने के बाद अब सील अनुभाग का कमरा खुलेगा।
अपर मुख्य सचिव (एसीएस) दीपक कुमार ने उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज में रविवार को दो अनुभागों में आग लगने से पांच हजार से ज्यादा फाइलों के जलने के मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले की जांच के लिए सचिव माध्यमिक शिक्षा उप्र शासन लखनऊ की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित किया है। समिति के अध्यक्ष सचिव माध्यमिक शिक्षा उप्र शासन लखनऊ है जबकि सदस्यों में शिक्षा निदेशक माध्यमिक, एडीएम प्रयागराज, मुख्य अग्नि शमन अधिकारी प्रयागराज और निदेशक उच्च शिक्षा द्वारा नामित वरिष्ठ अधिकारी हैं। एसीएस ने बताया कि पांच सदस्यीय समिति अग्नि काण्ड मामले की जांच करके अपनी रिपोर्ट 15 दिन में देगी, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
अग्नि काण्ड वाला अनुभाग देखने को लगी रही भीड़
उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के जिस अनुभाग में रविवार को तीन घण्टे आग लगी थी उस अनुभाग को देखने के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारी आज पहले थे लेकिन अनुभाग सील होने पर बाहर से देखकर लौट गये। शनिवार और रविवार को शिक्षा निदेशालय प्रयागराज में अवकाश रहता है। रविवार को अनुभाग 15-16 में भीषण आग लग गयी थी जिससे पांच हजार से ज्यादा फाइलें जलकर राख हो गयी थी। सोमवार को शिक्षा निदेशालय खुलने के बाद बड़ी संख्या में कर्मचारी अग्निकांड स्थल पहुंचे थे और वहां देख रहे थे।
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