मैंने आतंकवाद का दर्द झेला, दादी-पिता भेंट चढ़े: कानपुर में राहुल गांधी बोले- शुभम को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए पीएम को लिखेंगे पत्र

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के परिवार से मिलने के लिए नेता विपक्ष राहुल गांधी बुधवार को हाथीपुर गांव पहुंचे। राहुल को देखकर शुभम की पत्नी एशन्या फफक पड़ी जिसपर राहुल ने उन्हें ढांढस बंधाते हुए कहा कि मैंने आतंकवाद का दर्द झेला है, मेरी दादी और पिता दोनों आतंकवाद की भेंट चढ़े। राहुल ने एशन्या की प्रियंका गांधी से भी मोबाइल पर बात कराई। एशन्या का दर्द सुनकर प्रियंका गांधी का भी गला भर आया।

बुधवार को राहुल गांधी का काफिला अपराह्न 3.40 बजे शुभम द्विवेदी के आवास हाथीपुर पहुंचा। उनके साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, सांसद प्रमोद तिवारी, विधायक आराधना मोना मिश्रा, नीलांशु चतुर्वेदी आदि थे। शुभम द्विवेदी के पिता, पत्नी, माता व परिवार के अन्य लोग मौजूद थे। राहुल को देखकर शुभम की पत्नी एशन्या रोने लगी जिसे राहुल ने गले लगाते हुए ढांढस बंधाया और कहा कि परिवार को इंसाफ दिलाएंगे। शुभम के पिता भी आंसू नहीं रोक पाए। एशन्या ने राहुल को बताया कि हर जगह सुरक्षा थी, बस पहलगाम में कोई सिक्योरिटी नहीं थी। 

राहुल ने उसी समय सांसद प्रियंका गांधी को मोबाइल मिलाया और शुभम की पत्नी एशन्या से बात कराई। राहुल ने आश्वासन दिया कि शुभम को शहीद का दर्जा मिले इसके लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे। कानपुर कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता ने बताया कि शुभम के परिजनों ने कहा कि राहुल जी ने आकर हमारे बेटे को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष संदीप शुक्ला, भूधर नारायण मिश्रा, नरेश त्रिपाठी, हरप्रकाश अग्निहोत्री, अवनीश सलूजा, प्रतिभा अटल पाल, अजय तिवारी, अजय श्रीवास्तव, आलोक मिश्रा, अतहर नईम आदि मौजूद रहे। 

राहुल की सुरक्षा में जबरदस्त चूक 

नेता विपक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा में शुभम द्विवेदी के आवास के बाहर सुरक्षा में बड़ी चूक हुई। दरअसल राहुल गांधी जब शुभम के आवास से निकलने वाले थे, उसके पहले ही उनकी कार आवास के गेट के पास लगा दी गई। जब राहुल गांधी आवास से निकले तो कई लोग उनकी कार के सामने आ गए जिससे उनकी कार आगे नहीं बढ़ पा रही थी। राहुल गांधी की कार को सैकड़ों लोग घेरे थे। राहुल गांधी तक तमाम लोग पहुंच गए सिक्योरिटी इतनी टाइट नहीं थी, जितनी होनी चाहिए थी। 

बिहार के राज्यपाल-राहुल में दो मिनट का फर्क

शुभम द्विवेदी के आवास पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान श्रद्धांजलि देने के लिए दोपहर करीब 3.15 बजे पहुंचे। जिस समय राज्यपाल शुभम के आवास से बाहर निकल रहे थे, उसी समय राहुल गांधी के काफिले की फ्लीट का साइरन सुनाई देने लगा। हालांकि राहुल का चार्टर्ड प्लान दोपहर 3.45 बजे चकेरी एयरपोर्ट पर लैंड करना था लेकिन प्लेन 3.30 बजे ही लैंड हो गया जिससे राहुल गांधी समय से 15 मिनट पहले पहुंच गए। उस समय बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आवास से निकल रहे थे। आरिफ का काफिला आगे बढ़ा और राहुल के काफिले ने इंट्री की।

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