जेल में आईपीएल, मौज में बंदी और रक्षक

Amrit Vichar Network
Published By Pawan Singh Kunwar
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हल्द्वानी, अमृत विचार : जेल की सलाखें अब वैसी नहीं रहीं जैसे हुआ करती थीं। जेल में अब स्वादिष्ट भोजन के साथ बंदियों और कैदियों का स्वादिष्ट भोजन परोसा जाता है। खाने में देसी घी मिलता है और अंडा भी। हल्द्वानी उप कारागार की इन्हीं बैरकों में अब बंदी आईपीएल का मजा ले रहे हैं और रक्षक सुकून। इसी जेल उस 73 साल के उस आरोपी उस्मान को रखा गया है, जिस पर नैनीताल में 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म का आरोप है। 

दुष्कर्म के आरोपी उस्मान को बीती 1 मई को हल्द्वानी में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो की अदालत में पेश किया गया था। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हल्द्वानी उप कारागार भेज दिया गया। उस्मान की उम्र को देखते हुए उसे एक विशेष हाते में रखा गया है। इस हाते में पहले से करीब 70 बंदी हैं। ये सभी या तो वृद्ध हैं या फिर बीमार। जेल प्रशासन इनकी विशेष देखरेख करता है। आमतौर पर जेल में उसकी क्षमता से अधिक बंदी और कैदी होते हैं। नए जेल मैनुअल के अनुसार बंदियों और कैदियों के खानपान में अमूलचूल परिवर्तन किया गया है। जिसके तहत अब इन्हें पौष्टिक और स्वादिष्ट आहार परोसा जाता है। बीमारों को अंडा और दूध भी दिया जा रहा है। यह सभी सुविधाएं उस्मान को भी मिल रही हैं। 

इसके साथ ही जेल में मौजूद 11 अन्य बैरकों में मनोरंजन का भी खास इंतजाम है। सुबह की शुरुआत यहां जेल रेडियो पर भक्ति संगीत से होती है। आजकल बंदियों और कैदियों का दिन आईपीएल के मैच देखने से शुरू होता है और रात का अंत भी इसी के साथ होता। इससे एक को बंदी मैच में व्यस्त हैं और दूसरी ओर जेल प्रशासन को राहत है कि मैच में व्यस्तता की वजह से कोई संग्राम नहीं हो रहा। जेल अधीक्षक प्रमोद पांडेय का कहना है कि खाने और मनोरंजन के अलावा जेल में बंदियों और कैदियों के विकास के लिए तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। 

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