बाराबंकी : अब दो दिनों में जारी होगा जाति प्रमाण पत्र, सरकार ने सरल की प्रक्रिया

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Published By Vinay Shukla
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बाराबंकी : सरकार ने जाति प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सरल बना दिया है। अब आवेदक को ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। आधार से लिंक मोबाइल पर ओटीपी आएगा। ओटीपी सबमिट करते ही आवेदक का नाम, जन्मतिथि और फोटो स्वतः प्रदर्शित हो जाएगा।

यह जानकारी आधार कार्ड से ली जाएगी। सत्यापन के बाद फैमिली आईडी (यदि है तो) सर्वर से स्वतः प्राप्त हो जाएगी। एससी, एसटी और ओबीसी (नॉन क्रीमीलेयर) वर्ग के आवेदकों को विशेष सुविधा दी गई है। यदि परिवार के किसी सदस्य का जाति प्रमाण पत्र पहले से जारी है, तो अन्य सदस्यों को बिना सत्यापन के प्रमाण पत्र मिल जाएगा। यह सुविधा पिता, पुत्र, पुत्री, भाई, बहन और पोते-पोतियों को मिलेगी। एक ही परिवार के अलग-अलग सदस्यों के नाम अलग-अलग जाति के प्रमाण पत्र जारी हैं, तो नए आवेदक को नियमित प्रक्रिया से गुजरना होगा।

तहसीलदार के डिजिटल हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र दो कार्य दिवस में जारी कर दिया जाएगा। जिसमें आवेदक द्वारा घोषणा की जाएगी कि समस्त सूचनाऐं सही हैं। गलत पाए जाने पर प्रमाण पत्र को निरस्त किए जाने के साथ ही उसके विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा सकती है।

चकबंदी के विरोध में ग्रामीणों का प्रदर्शन

शुक्रवार को रामनगर तहसील और विकास खंड सूरतगंज की ग्राम पंचायत बैरानामऊ मंझारी के प्राथमिक विद्यालय में चकबंदी की बैठक की गई। बैठक में चकबंदी कमेटी के सीओ सुरेश शर्मा, एसीओ सुशील कुमार, पवन साहू, अजीत सिंह यादव और पंकज मौजूद थे। लेकिन विद्यालय में पहले से मौजूद सैकड़ों ग्रामीणों ने चकबंदी का विरोध किया। ग्रामीणों ने मांग की कि यह नियम रामनगर तहसील की सभी पंचायतों में लागू किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि चकबंदी से काश्तकारों को नुकसान होगा।

इससे सामूहिक भूमि में भी कटौती होगी। उनका आरोप है कि गांव के कुछ लोगों को ही इससे फायदा होगा, जबकि अधिकांश काश्तकार इसके पक्ष में नहीं हैं। इससे पहले भी ग्रामीण एसडीएम को प्रार्थना पत्र दे चुके हैं। लगातार विरोध के बावजूद चकबंदी प्रक्रिया पर रोक नहीं लगी। ग्रामीणों के विरोध के चलते चकबंदी विभाग के कर्मचारियों को वापस लौटना पड़ा। प्रदर्शन में ग्राम प्रधान दिनेश कुमार, प्रधान प्रतिनिधि शेर बहादुर चौहान समेत रामू पाल, शिवप्रसाद पाल, शेखर पाल, राम बरन वर्मा, राम अधार, संदीप, केदार, महादेव, दयानंद, धर्मेंद्र, सत्यकुमार, रामनरेश और दीपू सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।

किसानों की मासिक आय हो 18 हजार रुपए

ग्राम सिलौटा में आयोजित किसान कार्यकर्ता सम्मेलन में राष्ट्रवादी किसान क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेश मिश्रा ने किसानों की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि किसानों की मासिक आय 18 हजार रुपए निर्धारित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी लागत का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। खाद और बीज में मिलावट से किसानों का मूलधन भी डूब रहा है।

उन्होंने धान के बीज की शुद्धता और उचित मूल्य की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजने की घोषणा की। पाकिस्तान मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पहलगाम हमला एक साजिश है, जिसमें विदेशी ताकतें शामिल हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय सेना की कार्रवाई की सराहना की। क्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष राम जी तिवारी ने स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम शहीदों के लिए स्मारक बनाने की घोषणा की।

सिलौटा, किंतुर, हजरतपुर और कटका गांवों के शहीदों को याद किया गया। उन्होंने विधानसभा के सामने अमर शहीद मंगल पांडे की मूर्ति स्थापित करने की मांग दोहराई। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष बदरुद्दीन, कृष्ण गोपाल पांडे और केके यादव भी मौजूद रहे।

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