लोगों में बढ़ रही है कमर और पीठ दर्द की समस्या, बचाव के लिए डॉ. वरुण अग्रवाल ने दी यह खास सलाह

लोगों में बढ़ रही है कमर और पीठ दर्द की समस्या, बचाव के लिए डॉ. वरुण अग्रवाल ने दी यह खास सलाह

लखनऊ, अमृत विचार। कमर दर्द, साइटिका या रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) संबंधी बीमारियां लाइलाज नहीं रही हैं। दूरबीन विधि में मात्र एक चीरा लगाकर बिना किसी नुकसान के कुछ घंटों में समस्या से निजात पाया जा सकता है। इसके लिए अस्पताल में भी ज्यादा दिन रहने की जरूरत नहीं होती है और मरीज मात्र 24 घंटे से 48 घंटे के अंदर घर जा सकता है। सामान्य रूप से अपनी दिनचर्या शुरू कर सकता है। यह जानकारी एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी विषयक कार्यशाला में रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, बरेली के रोबोटिक स्पाइन विशेषज्ञ डॉ. वरुण अग्रवाल ने दी।

डॉ. वरुण (1)
प्रो. (डॉ.) वरुण अग्रवाल, मिनिमली इनवेसिव, इंडोस्कोपिक और रोबोटिक स्पाइन स्पेशलिस्ट, डिपार्टमेंट ऑफ आर्थोपेडिक, रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, बरेली

 

गोमती नगर स्थित सेंट जोसेफ हॉस्पिटल में रविवार को संपन्न कार्यशाला में डॉ. वरुण अग्रवाल ने बताया कि एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी में मात्र एक इंच से भी छोटा चीरा लगाया जाता है, छेद के रास्ते कैमरा युक्त उपकरण अंदर ले जाते हैं और रीढ़ की हड्डी में नस पर पड़ने वाले दबाव को हटा देते हैं। इसमें अत्यधिक रक्त श्राव नहीं होता है। कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि दैनिक जीवन में लापरवाही बरतने से रीढ़ की हड्डी में कई तरह के विकार आ जाते हैं, जिसकी वजह से पीठ दर्द, कमर दर्द, साइटिका, सर्वाइकल आदि समस्याएं शुरू हो जाती हैं। ओपन सर्जरी की जटिलता की वजह से लोग दर्द निवारक उपायों के सहारे जीवन व्यतीत करने को मजबूर होते हैं, मगर अब एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी का विकल्प तेजी से अपना रहे हैं। डिजेनेरेटिव स्पाइन डिसऑर्डर्स के लिए एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी बहुत उपयोगी है।

कार्यशाला के आयोजन सचिव एवं सेंट जोसेफ हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ. अचल गुप्ता ने बताया कि रोजाना ओपीडी में 15-20 मरीज कमर दर्द, पैरों में झनझनाहट, सुन्नता आदि की समस्याओं को लेकर आते हैं, हर उम्र के मरीज होते हैं, युवाओं का करियर प्रभावित कर रही हैं यह समस्याएं। ऐसे में एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी वरदान बनकर उभर रही है। अधिक से अधिक चिकित्सकों द्वारा यह तकनीक उपयोग की जाए, इसके लिए प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाती हैं, एंडोस्कोपिक सर्जरी से स्पाइन की समस्याओं को कैसे उपचारित किया जा सकता है, डेमो द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। राज भारती मेडिकल कॉलेज के तत्वावधान में संपन्न कार्यशाला में कॉलेज के राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य स्पाइन विशेषज्ञ सर्जन द्वारा ज्ञान एवं अनुभव को अन्य डॉक्टरों को हस्तांतरित कर रोगियों के लिए सरल और सस्ता इलाज सुलभ कराना है। जिससे गरीब मरीजों को भी कम खर्चे में गुणवत्ता युक्त चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।

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