संभल: धन की हवस में अपनों को मारा, बीमा के पैसों से मंदिर में चढ़ाया चढ़ावा

संभल, अमृत विचार: धनवान बनने के लिए अपराध का ऐसा रास्ता चुना जिसे सुनकर लोग हैरत में पड़ गए। अपने नजदीकी लोगों की बीमा पॉलिसी करने के बाद उनकी हत्या कर घटना को दुर्घटना साबित कर क्लेम का पैसा लेने का खेल शुरू किया तो साढ़े तीन करोड़ बीमा क्लेम पाने के लिए दो लोगों की हत्या कर दी। तीसरे की हत्या की तैयारी थी, लेकिन इससे पहले ही रजपुरा पुलिस ने गिरोह के सात लोगों को धर दबोचा।
जनपद में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने जीवन बीमा के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह की धरपकड़ को अभियान चलाया तो शुरू में बीमार व मृत लोगों का बीमा कराकर क्लेम हड़पने वाले पकड़ में आये। इसके बाद जांच आगे बढ़ी तो अब ऐसे चेहरे सामने आने शुरू हुए हैं जो बीमा क्लेम पाने के लिए अपने सगे संबंधियों की बीमा पालिसी कराने के बाद उनकी हत्या कर घटना को दुर्घटना साबित करने के बाद क्लेम का पैसा ले लेते थे।
रजपुरा थाना पुलिस ने रविवार को ऐसे 7 लोगों को गिरफ़्तार किया जो अब तक दो हत्याएं कर चुके थे और तीसरी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। अपर पुलिस अधीक्षक ने उनके कारनामों के बारे में जो बताया वह बेहद चौकाने वाला था।
बीमे के फर्जीवाड़े में 15 फरवरी को गिरफ्तार किये गये शाहरुख नाम के आरोपी के मोबाइल को पुलिस ने खंगाला तो उसमें कमल नाम के व्यक्ति के साथ की गई चैंटिंग में अमन नाम के व्यक्ति की विभिन्न कंपनियों की 2 करोड़ 70 लाख की बीमा पालिसी का डाटा मिला। पड़ताल की तो पता चला कि 16 नवंबर 2023 को अमन की मृत्यु हुई थी।
इस का मुकदमा अमन के मामा वेदप्रकाश निवासी धनारी ने दर्ज कराया था उसके मुताबिक रहरा थाना जनपद अमरोहा के इलाके में रहरई गांव के निकट अज्ञात वाहन की टक्कर से अमन निवासी भाटी खुर्द फत्तेपुर बैरी दक्षिणी दिल्ली की मौत की बात कही गई थी।
पुलिस इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा चुकी थी। एएसपी ने बताया कि डीआईजी मुरादाबाद से आग्रह किया तो उन्होंने मुकदमें की फिर से विवेचना की इजाजत दी। पुलिस ने वेदप्रकाश व कमल निवासी धनारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उन्होनें बीमा क्लेम की धनराशि के लिए अमन की हत्या की बात कबूल की।
2 करोड़ 70 लाख क्लेम की पालिसी कराकर ली मौसेरे भाई की जान
अपर पुलिस अधीक्षक अनुकृति शर्मा ने बताया कि अमन परिवार में अकेला था। उसके माता पिता व बहन की मौत हो चुकी थी। ऐसे में सगे मौसेरे भाई वेदप्रकाश ने बीमा क्लेम का पैसा पाने के लिए पहले अमन के नाम से बीमा पालिसी कराईं और फिर उसकी हत्या कर दी।
वेदप्रकाश और उसके भाई कमल ने मिलकर अमन की हत्या कर बीमा क्लेम पाने का प्लान तैयार किया। रजपुरा थाना इलाके के हिरौनी निवासी सुनील से अमन की बीमा पालिसी कराईं और फिर धनारी थाना इलाके के भायनगर निवासी प्रेमशंकर व बायभूड़ निवासी ओमप्रकाश को योजना में शामिल कर लिया।
इसके बाद निर्देश व उसके मामा उदयभान को भी शामिल करने के बाद सभी ने मिलकर बीमा पालिसी कराकर प्रीमियम का भुगतान किया। रामचरन और उसकी दूसरी पत्नी रूपाली को नामिनी बनाया गया। बैंक खातों में कमल का मोबाइल नंबर डाला गया था ताकि ओटीपी में दिक्कत न हो।
इसके बाद 15 नवंबर 2023 को व्रदप्रकाश,कमल, निर्देश, प्रेमशंकर, सुनील, उदयभान व ओमप्रकाश ने मिलकर अमन को शराब पिलाई। फिर रहरा के निकट अमन के सिर में हथौड़ा मारकर उसकी हत्या कर दी। पहचान के लिए अमन के आधार कार्ड,पैन कार्ड व एक दिन पहले खरीदा गया मोबाइल उसकी जेब में रख दिया।
सलीम की हत्या कर ले लिया था 78 लाख का क्लेम
पुलिस की गिरफ्त में आये गिरोह ने केवल अमन की ही हत्या नहीं की थी बल्कि इससे पहले वह सलीम नाम के युवक की हत्या कर मामले को दुर्घटना साबित करने के बाद 78 लाख रुपये का क्लेम ले चुके थे। इसी से लालच जागा और दूसरी घटना में करोड़ों क्लेम के लिए ज्यादा पालिसी कराई गईं।
एएसपी ने बताया कि सलीम की हत्या 29 जुलाई 2022 को की गई थी। उसकी हत्या भी अमरोहा के रहरा थाना इलाके में कर मामले को सड़क दुर्घटना साबित कर दिया गया था। इस घटना में भी वेद्रप्रकाश,कमल, प्रेमशंकर व बाबू शामिल थे।
वेदप्रकाश ने बताया कि सलीम की हत्या के मामले में ज्यादातर पैसा प्रेमशंकर व ओमप्रकाश ने रख लिया था क्योंकि सलीम को उन्होंने तलाश किया था। इस बार उसने अपने मौसेरे भाई अमन को इसी चुना ताकि ज्यादा पैसा उसके पास रहे और वह धनवान बन जाये।
एक और हत्या करने वाले थे उससे पहले ही पकड़े गये
एएसपी ने बताया कि गिरोह दो लोगों की हत्या करने के बाद तीसरा टार्गेट भी सेट कर चुका था। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया नहीं तो एक और व्यक्ति की इसी तरह हत्या कर दी जाती और यह लोग घटना को सड़क दुर्घटना साबित कर बीमा क्लेम ले लेते। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया किया पुलिस ने वेदप्रकाश, कमल सिंह,
निर्देश कुमार, उदयभान सिंह, सुनील कुमार , प्रेमशंकर व ओमप्रकाश को गिरफ्तार किया है। बताया कि रजपुरा थाना प्रभारी मनोज कुमार वर्मा,दरोगा रोशन सिंह,नवनीत राघव के साथ ही स्वाट टीम प्रभारी बोबिंद्र कुमार व सर्विलांस प्रभारी रामवीर सिंह की टीम ने शानदार काम किया गया। इस काम के लिए पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जायेगा।
बीमा क्लेम का पैसा मिला तो कराया 12 गांव का भंडारा
संभल। जब कोई व्यक्ति अपने व्यवसाय से नेक कमाई करता है तो ईश्वर के चरणों में प्रसाद अर्पित करता है और लोग भंडारा भी कराते हैं लेकिन इस गिरोह ने तो हत्या जैसा घिनौना अपराध करने के बाद मिले पैसे से भंडारा कराया।
पुलिस के अनुसार गिरोह के लोगों को जब सलीम के बीमा क्लेम का 78 लाख मिल गया तो उन्होंने 12 गांव के लोगों का भंडारा कराया। इतना ही नहीं गुन्नौर क्षेत्र में आस्था के बड़े केंद्र एक मंदिर में जाकर दान भी किया।
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