बाराबंकी : 7 केंद्रों से लिए गए 15 नमूने, एक दुकान की बिक्री रोकी

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Published By Vinay Shukla
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बाराबंकी : जिला कृषि अधिकारी ने हैदरगढ़, देवीगंज और बनीकोडर क्षेत्र में सात बीज बिक्री केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने कुल 15 बीज के नमूने एकत्र किए। निरीक्षण में मेसर्स दिशा इंटरप्राइजेज, हैदरगढ़ के गोदाम में 8 बीज कंपनियों के विभिन्न प्रजातियों के बीज मिले। इनका प्रिंसिपल सर्टिफिकेट और बीज विक्रय प्राधिकार पत्र नहीं मिला। इस कारण दुकान की बीज बिक्री पर रोक लगा दी गई। साथ ही विक्रेता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

अमित खाद एवं बीज भंडार मुरारपुर भिटरिया को भी नोटिस जारी किया गया। यह नोटिस बीज के क्रय-विक्रय से जुड़े दस्तावेज नहीं दिखाने के कारण दिया गया। अधिकारियों ने सभी बीज विक्रेताओं को कई निर्देश दिए हैं। इनमें दुकान पर रेट और स्टॉक बोर्ड लगाना अनिवार्य किया गया है। किसानों को कैश मेमो देना जरूरी होगा। कैश मेमो की दूसरी प्रति पर किसानों के हस्ताक्षर लेने होंगे। स्टॉक और बिक्री रजिस्टर को नियमित अपडेट करना भी जरूरी होगा। निरीक्षण किए गए केंद्रों में नवीन खुशहाली केंद्र-हैदरगढ़, रामा ट्रेडर्स-हरीलालपुरवा, शुक्ला ट्रेडर्स-देवीगंज, जेपी बीज कंपनी और शांति फर्टिलाइजर्स-भिटरिया शामिल हैं।

केंद्रीय टीम ने खरीफ उत्पादन रणनीति पर की चर्चा

खरीफ रणनीति पर चर्चा (1)

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत चल रही परियोजनाओं की समीक्षा के लिए भारत सरकार की टीम ने दौरा किया। टीम में केंद्र सरकार के अंडर सेक्रेटरी रियाजुल हक, निदेशक वित्त विपुल कुमार त्रिपाठी और उत्तर प्रदेश गन्ना निदेशालय के निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह शामिल थे। किसान कल्याण केंद्र में आयोजित समीक्षा बैठक में जिला कृषि अधिकारी राजित राम, जिला कृषि रक्षा अधिकारी विजय कुमार और जिला उद्यान अधिकारी डॉ. धीरेंद्र सिंह मौजूद रहे। बैठक में 100 से अधिक किसान और कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। टीम ने सबसे पहले राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत बने किसान कल्याण केंद्र, बंकी का निरीक्षण किया। इसके बाद खरीफ उत्पादन रणनीति और कृषि यंत्रीकरण पर चर्चा की गई।

कस्टम हायरिंग सेंटर और फार्म मशीनरी बैंक के लाभार्थियों से अनुदानित यंत्रों के उपयोग की जानकारी ली गई। आमदनी एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक शाकिब, राम आसरे एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक कुलदीप और हरख फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक वीरेंद्र वर्मा ने अपने संगठनों की गतिविधियों की जानकारी दी। तीनों संगठनों का वार्षिक टर्नओवर एक करोड़ रुपये से अधिक है। टीम ने हरख फार्म प्रोड्यूसर कंपनी के न्योली स्थित कार्यालय का भी दौरा किया। यहां फार्म मशीनरी बैंक के तहत उपलब्ध कराए गए यंत्रों और उनके उपयोग के रिकॉर्ड का निरीक्षण किया। केंद्रीय टीम ने जिले के कृषक उत्पादक संगठनों के कार्यों पर संतोष व्यक्त किया।

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