Panchayat Elections 2026:इस बार भी ‘बैलेट पेपर’ तय करेंगे पंचायत प्रतिनिधियों का भाग्य, तैयारी में जुटा निर्वाचन आयोग
लखनऊ, अमृत विचार। वर्ष 2026 में होने वाले पंचायत चुनाव में भी ‘बैलेट पेपर’ से मतदान होगा।मत पत्रों की छपाई के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार 2021 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान कुल मतदाताओं की संख्या 12 करोड़ 43 लाख 89 हजार 135 थी। इनमें पुरुष मतदाता 6 करोड़ 59 लाख 23 हजार 283 व महिला मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 84 लाख 65 हजार 852 थी।
2026 के चुनाव के लिए अभी मतदाताओं का पुनरीक्षण नहीं हुआ है। फिलहाल 15 करोड़ मतदाता मानकर चुनाव की तैयारी की जा रही है। मतदाता पुनरीक्षण के लिए फिलहाल कोई तारीख तय नहीं है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि शासन की ओर चुनाव क्षेत्रों का परिसीमन व आरक्षण तय होने के बाद आयोग पुनरीक्षण का अभियान शुरू करेगा। मालूम हो कि पंचायतों का कार्यकाल 2026 में मई-जून में खत्म हो रहा है। ऐसे में अप्रैल-मई में चुनाव कराए जाने की संभावना है।
निर्वाचन आयोग को परिसीमन का इंतजार
राज्य निर्वाचन आयोग की नजर शासन की ओर से कराये जाने वाले परिसीमन व सीटों के आरक्षण पर टिकी है। पिछले दिनों शासन की ओर से प्रमुख सचिव पंचायतीराज ने इस सिलसिले में आदेश जारी करते हुए सभी जिलों से ग्राम पंचायतों और राजस्व ग्रामों के आंशिक पुनर्गठन के प्रस्ताव 5 जून तक मांगे हैं। वजह यह है कि प्रदेश की कई ग्राम पंचायतों व राजस्व ग्रामों के शहरी क्षेत्र में शामिल होने से स्थिति बदली है। परिसीमन के बाद पंचायतों प्रतिनिधियों की संख्या में बदलाव होने के आसार हैं।
वर्ष 2021 में जिला पंचायत अध्यक्षों की सीटों पर आरक्षण
अनारक्षित 27 सीटें
अन्य पिछड़ा वर्ग 13 सीटें
महिला 12 सीटें
अन्य पिछड़ा वर्ग महिला 7
अनुसूचित जाति 10
अनुसूचित जाति महिला 6
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