‘भाजपाई चंदाखोरी’ मिटाए फिर महंगाई घटाने की बात करें: अखिलेश यादव

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा महंगाई की चैंपियन है। भाजपा सरकार पहले ‘मुनाफ़ाखोरी’ घटाए और ‘भाजपाई चंदाखोरी’ मिटाए फिर महंगाई घटाने की बात करे। उन्होंने कहा कि खाद्य तेल पर आयात शुल्क को घटाने का फायदा जनता को भी मिलना चाहिए। लागत घट रही है तो खुदरा मूल्य भी घटना चाहिए।

सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसा तो नहीं कि ये दिखावटी आयात शुल्क कटौती बस कुछ ख़ास आयातकों और उत्पादकों के फ़ायदे के लिए ही है। भाजपा सरकार को खाद्य सामग्री की लागत-लाभ के अनुपात को जनता के पक्ष में तय कर देना चाहिए। साथ ही तय होना चाहिए कि एक निश्चित प्रतिशत से अधिक कोई भी मुनाफ़ा नहीं कमाएगा, लेकिन इसके पहले भाजपा सरकार को भी कसम खानी होगी कि ‘भाजपाई चंदा वसूली’ नहीं करेगी। 

हर टैक्स और चंदा आखि़रकार जनता से ही वसूला जाता है। इसीलिए ‘भाजपाई चंदा’, टैक्स के अलावा जनता पर भाजपा की दोहरी मार बनता है और महंगाई का कारण भी। उन्होंने कहा कि अब तो अर्थशास्त्रियों को विक्रय मूल्य में ‘भाजपाई चंदा वसूली’ को भी जोड़ने का नया गणितीय फ़ार्मूला बना लेना चाहिए। भाजपा अपनी चंदा वसूली बंद कर दे तो हर वस्तु और सेवा के दाम वैसे ही कम हो जाएंगे। सपा प्रमुख ने कहा कि अब देखना ये है कि कुछ दिनों बाद खाद्य तेलों के दाम गिरने की ख़बरें आती भी हैं या नहीं या फिर ग़रीब की थाली से तेल ही गायब हो जाएगा।

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