बाराबंकी: भाजपा कार्यकर्ता सत्यम की मौत पर गरमाई सियासत, न्याय की मांग कर रही क्षेत्र में लगी होर्डिंग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र में भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता सत्यम मिश्रा की संदिग्ध मौत के 16 दिन बाद भी परिजन न्याय की गुहार लगा रहे। रविवार को कई संगठनों के नेताओं ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच की मांग उठाई। वहीं क्षेत्र में कई जगहों पर होर्डिंग भी लगाई गई हैं।

गौरतलब है कि शुक्लनपुरवा मजरे उमरापुर निवासी 25 वर्षीय सत्यम मिश्रा जो एचडीएफसी बैंक में एजेंट और भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता था, का शव 26 मई की रात को अपने घर के पास एक छप्पर में फांसी से लटका मिला था। उसकी शादी महज 10 दिन पहले 14 मई को हुई थी। मौत से ठीक पहले सत्यम ने एक युवती के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “बाबू... मैं तुम्हारा नहीं हो सका, तो किसी और का भी नहीं।” 

यह पोस्ट सामने आने के बाद मामला और रहस्यमय हो गया। परिजनों ने ग्राम प्रधान आशीष मिश्र और उनकी पत्नी भावना पर हत्या का आरोप लगाया, जिसका मामला भी दर्ज है। दावा है कि सत्यम का प्रधान की बेटी से प्रेम संबंध था और उसे धमकियां दी जाती रही थीं। परिजनों का कहना है कि हत्या को आत्महत्या का रूप दिया गया है।

रविवार को करणी सेना, आम आदमी पार्टी, हिंदू राष्ट्र शक्ति देश देव धर्म, राष्ट्रवादी ड्राइवर यूनियन संघ आदि संगठनों के पदाधिकारी कार्यकर्ता के घर पहुंचे और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। करणी सेना के अयोध्या मंडल अध्यक्ष अभिषेक प्रताप सिंह, आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक सिंह, हिंदू राष्ट्र शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह समेत कई नेताओं ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि जांच में तेजी नहीं लाई गई और दोषियों को सजा नहीं मिली, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

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