डीएम ने सीएमओ को बैठक से उठाया... कहा- अगर फेक ऑडियो है तो पहले जाएं एफआईआर दर्ज कराएं
कानपुर, अमृत विचार। जिलाधिकारी की कार्यशैली को लेकर वायरल एक ऑडियो जिले में चर्चा का विषय बना है। शनिवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह नवीन सभागार में सीएम डैशबोर्ड की बैठक ले रहे थे। उन्होंने वहां मौजूद सीएमओ हरिदत्त नेमी से वायरल ऑडियो के बारे में सवाल किया। जवाब में सीएमओ ने कहा कि ऑडियो एआई से निर्मित है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि अगर फेक ऑडियो है तो जाएं पहले रिपोर्ट दर्ज कराएं, फिर बैठक में आएं। इस पर सीएमओ बैठक से चले गए। वहीं सीएमओ का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ऑडियो की जांच कराने की बात कहते दिख रहे हैं।
दो-तीन दिन से एक ऑडियो वायरल हो रहा है जो सीएमओ का बताया जा रहा है। इसमें जिलाधिकारी को अपशब्द कहे गए हैं। हालांकि सीएमओ ने ऑडियो को फेक बताया है। ऑडियो में कोई जिलाधिकारी के लिए कह रहा है कि ये पहले मीडिया में रहा है। मीडिया वालों की आदत होती है कि इतनी सी बात को इतना करके बताना। बिना वजह के बीच-बीच में कहानी सुनाना। बहुत बोलता है। 20 मिनट की मीटिंग दो घंटे में खत्म होती है। उसी बीच दुनिया भर की कहानी, किस्से, जाने क्या-क्या सुना डालेगा। महिलाएं चिड़चिड़ाने लगी हैं। बहुत ड्रामा करता है। इसके बाद जुगाड़ की बात करने लग जाते हैं। सामने वाले से कहते हैं कि कुछ ऐसा मेरा हिसाब बनाओ, जिससे मेरा मंथली हो जाए। बातचीत के दौरान दूसरा व्यक्ति बोलता है कि सर जुगाड़ नर्सिंग होम है। चलिए देखिए। इस पर बोलते हैं कि अभी तक इधर-उधर लगे रहे, अब उधर भी दौड़ाऊंगा। यह वायरल ऑडियो की कुछ बातचीत है। जिस पर शनिवार को नवीन सभागार में भी चर्चा हुई।
सुबह करीब 11 बजे से जिलाधिकारी सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक ले रहे थे, जिसमें सभी अधिकारी पहुंचे। सीएमओ हरिदत्त नेमी व एसीएमओ भी पहुंचे। बैठक शुरू हुई और स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा का नंबर आया, तभी जिलाधिकारी ने सीएमओ को देखकर कहा कि सीएमओ साहब एआई क्या है। इस पर सीएमओ ने कहा कि सर फेक ऑडियो है। किसी ने एआई से बनाकर वायरल किया है। यह सुनकर जिलाधिकारी ने कहा कि आप जाएं और जांच कराएं। फेक ऑडियो है तो एफआईआर दर्ज कराएं। आप अच्छे अधिकारी हैं, शहर में नाम खराब हो रहा है। इसके बाद सीएमओ बैठक से चले गए।
