UP News: पोस्टमार्टम हाउस पर पीड़ित परिवारों का हंगामा, स्टॉफ ने खुद को किया बंद, जानें पूरा मामला

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: पोस्टमॉर्टम हाउस पर पोस्टमॉर्टम देर से होने के कारण मंगलवार रात पीड़ित परिजन ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होता देख पोस्टमॉर्टम हाउस के स्टाॅफ ने खुद को अंदर बंद कर लिया। स्थिति को संभालने के लिए चौक पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत करवाया। लोगों के हंगामे के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम शुरू हो सका।

केजीएमयू के पोस्टमार्टम हाउस में मंगलवार को 20 शवों का पोस्टमार्टम होना था। पोस्टमॉर्टम के लिए डॉ. कैलाश व डॉ. धर्मेंद्र की सीएचसी सरोजनीनगर से ड्यूटी लगाई गई थी। सुबह 9:00 बजे डॉ. कैलाश पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। जिसके बाद पोस्टमार्टम शुरू कर दिया गया। 14 शवों का पोस्टमार्टम डॉ. कैलाश ने किया। सूत्रों का कहना है कि डॉ. धर्मेंद्र पोस्टमॉर्टम के लिए नहीं पहुंचे। पोस्टमॉर्टम हाउस से इस संबंध में सीएमओ कंट्रोल रूम को जानकारी दी गई।

जिसके बाद सीएचसी सरोजनीनगर से डॉ. अजहरुद्दीन की ड्यूटी पोस्टमार्टम हाउस में लगाई गई। सूत्रों के मुताबिक देर शाम तक तक वह भी पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे नहीं। बचे हुए 6 शवों का पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के पैनल से होना था। जिसके चलते दो डॉक्टरों का पैनल में होना आवश्यक था। दूसरा डॉक्टर न होने के चलते शवों के पोस्टमॉर्टम रोक दिए गए।

पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मौजूद जितेंद्र ने बताया कि सोमवार रात 8:00 बजे से पोस्टमॉर्टम के बाहर ही वह सोए। मंगलवार सुबह से पत्नी प्रीति के शव का पोस्टमॉर्टम होने का इंतजार कर रहे थे। वहीं, गुलाब चंद्र की पत्नी सुनीता ने बताया सोमवार रात को ही शव पोस्टमार्टम भेजा गया था। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम होना था। रात 8:00 बजे तक पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ। पोस्टमार्टम में देरी के चलते पोस्टमॉर्टम हाउस पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। चौक पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला। जल्द ही पोस्टमॉर्टम कराने का आश्वासन दिया।

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