Iran-Israel War: ईरान के जवाबी हमलों में आई कमी, तो इजरायली लड़ाकू विमानों ने मचाया तेहरान में कोहराम, ट्रंप पर टिकी सभी की निगाहें

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Published By Muskan Dixit
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दुबई। इजरायली सेना ने बताया कि उसके लड़ाकू विमानों ने यूरेनियम ‘सेंट्रीफ्यूज’ और मिसाइलों के कल-पुर्जे बनाने वाले केंद्रों को निशाना बनाते हुए मंगलवार देर रात ईरान की राजधानी तेहरान पर बमबारी की। इजरायल ने कहा कि रात भर में ईरान की करीब 10 मिसाइलों को मार गिराया गया। इजरायल ने शुक्रवार को अचानक तेहरान पर बमबारी शुरू कर दी और उसके परमाणु तथा सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। 

वाशिंगटन स्थित एक ईरानी मानवाधिकार समूह ने बताया कि ईरान में इजराइली हमलों में कम से कम 239 नागरिकों सहित 585 लोगों की मौत हो गयी और 1,300 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। तेहरान में प्रसिद्ध ‘ग्रैंड बाजार’ सहित दुकानें बंद हैं और लोग हमलों से बचने के लिए शहर से बाहर जा रहे हैं जिससे सड़कों पर भीड़ काफी बढ़ गई है। ईरान ने जवाबी हमलों में लगभग 400 मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं, जिनसे इजरायल में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गयी और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। 

ईरान की मिसाइलों ने मध्य इजराइल में इमारतों को निशाना बनाया, जिससे भारी नुकसान हुआ और हवाई हमले के सायरन ने बार-बार इजरायलियों को शरण लेने के लिए मजबूर किया। सभी की निगाहें अमेरिका पर टिकी हैं, जहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुरू में खुद को इजराइली हमलों से खुद को दूर रखा था लेकिन उन्होंने अमेरिका की अधिक भागीदारी का संकेत देते हुए कहा कि वह युद्ध विराम से कहीं अधिक ‘बड़ा’ चाहते हैं। अमेरिका ने इस क्षेत्र में और अधिक युद्धक विमान भी भेजे हैं। 

वाशिंगटन स्थित संगठन ‘ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स’ ने बताया कि समूह ने हमलों में जान गंवाने वाले लोगों में से 239 की पहचान असैन्य नागरिकों के रूप में और 126 की पहचान सुरक्षा कर्मियों के रूप में की है। यह समूह, ईरान की स्थानीय खबरों और देश में अपने स्रोतों से प्राप्त खबरों की पड़ताल करता है। 

‘ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स’ ने 2022 में महसा अमिनी की मौत के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हताहतों की विस्तृत संख्या भी सामने रखी थी। ईरान संघर्ष के दौरान मौतों की संख्या नियमित रूप से नहीं बता रहा है और अतीत में भी वह हताहतों की संख्या कम बताता रहा है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक ‘पोस्ट’ में ईरान से ‘‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’’ करने का आह्वान किया। ट्रंप ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारने की उनकी ‘‘फिलहाल कोई योजना’’ नहीं है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के अनुसार, ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को फोन पर मौजूदा स्थिति के बारे में बात की। 

खामेनेई ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हम यहूदी चरमपंथियों पर कोई दया नहीं दिखाएंगे।” ईरान की सेना ने इजराइल पर जल्द ही हमले तेज करने का संकल्प लिया। वहीं इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने एक पोस्ट में कहा, “तेहरान के ऊपर एक तूफान आ रहा है। तानाशाही का पतन इसी प्रकार होता है।” ईरान के साथ संघर्ष की शुरुआत में इजराइल ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद कर दिया था लेकिन अब उड़ानें शुरू हो गयी हैं। हवाई अड्डे की प्रवक्ता लिसा दवीर ने बताया कि साइप्रस के लारनाका से दो उड़ानें बुधवार सुबह तेल अवीव के बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरीं। 

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