UP Board : गड़बड़ी में फंसे दो बाबू, सीबीआई को पूछताछ की अनुमति
हरियाणा में वर्ष 2024 में हुई थी डाक विभाग में भर्ती

प्रयागराज, अमृत विचार। हरियाणा में वर्ष 2024 में डाक विभाग के भर्ती में एक अभ्यर्थी के मार्कशीट के सत्यापन में यूपी बोर्ड के दो बाबू फंस गए है। फर्जी मार्कशीट होने पर भी दोनों बाबुओं ने सत्यापन में सही दिखाकर डाक विभाग हरियाणा को सत्यापन रिपोर्ट भेज दिया था। सीबीआई ने यूपी बोर्ड के सचिव से दोनों बाबुओं से पूछताछ की स्वीकृति मांगी थी जिस पर सचिव भगवती सिंह ने सीबीआई को दोनों बाबुओं से पूछताछ के लिए स्वीकृति दें दी है।
हरियाणा में वर्ष 2024 में डाक विभाग की भर्ती हुई थी। एक अभ्यर्थी की मार्कशीट यूपी बोर्ड की थी जो सत्यापन के लिए आई थी जबकि वह मार्कशीट फर्जी थी। यूपी बोर्ड के बाबू (लिपिक) अनिल कुमार कौशल (वर्तमान तैनाती बरेली क्षेत्रीय कार्यालय ) और अजय कुमार यादव (बरेली क्षेत्रीय कार्यालय) ने सत्यापन रिपोर्ट में मार्कशीट का मूल (सही) दिखाते हुए सत्यापन भेज दिया। जब डाक विभाग हरियाणा वालों को सत्यापन पर शक हुआ तो यूपी बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज से डाक विभाग का अधिकारी भेजकर हाथों हाथ मार्कशीट का सत्यापन करवाया तो मामले का फर्जीवाड़ा सामने आया। इस मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है इसलिए यूपी बोर्ड के दो बाबुओं से पूछताछ की स्वीकृति बोर्ड सचिव से मांगी थी। संभावना है कि बोर्ड के बाबुओं से शीघ्र सीबीआई पूछताछ शुरू करेगी।
यूपी बोर्ड में आनलाइन हाजिरी का हुआ डेमो
यूपी बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज में नौवीं कक्षा से लेकर 12 वीं कक्षा के छात्र, छात्राओं और शिक्षकों करीब सवा करोड़ लोगों के आनलाइन हाजिरी का आज डेमो हुआ। इस दौरान संबंधित फर्म ने प्रोजेक्टर पर बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज के अफसरों को डेमो दिखाया कि पोर्टल पर आनलाइन हाजिरी कैसे ली जाएगी, कौन - कौन उसे देख सकता है, अगर कही कोई गड़बड़ी करेगा तो कहां - कहां गड़बड़ी पकड़ी जा सकती है।
अगर कोई हाजिरी लगाने में गड़बड़ी करेगा या एक साथ पूरे महीने की हाजिरी लगाना चाहता है तो वह भी पकड़ा जाएगा। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि आनलाइन हाजिरी का डेमो मंगलवार को भी होगा जिससे कि देखा जा सके कि कहां पर क्या सुविधा है और कहां पर क्या गड़बड़ी है उसे समय रहते दूर करके एक जुलाई से आनलाइन हाजिरी शुरू की जा सके।
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