बाराबंकी : काल के क्रूर हाथों ने तोड़ दी दो दोस्तों के जीवन की डोर

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Published By Virendra Pandey
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बाराबंकी, अमृत विचार। कैंची धाम यात्रा पर निकले बाराबंकी के दो युवकों की हादसे में मौत की खबर ने परिजनों को तोड़कर रख दिया। शुक्रवार की शाम मृतकों के शव घर पहुंचते ही माहौल बेहद गमगीन हो गया। एक दिन पूर्व ही निकले युवकों के मरने की खबर आएगी, इसका अंदाजा किसी को नहीं था। काल के क्रूर हाथों ने जो कर दिखाया, उससे हर कोई द्रवित हो गया। 

बता दें कि बाराबंकी से गुरुवार को कैंचीधाम यात्रा के लिए पांच लोग कार से रवाना हुए थे। कार देर रात शाहजहांपुर जिले में हादसे का शिकार हो गई। इस हृदयविदारक दुर्घटना में बाराबंकी के दो युवकों विवेक मिश्र और योगेश कुरील की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन अन्य का इलाज जारी है। शनिवार को यह मनहूस खबर परिजनों तक पहुंची तो सभी व्याकुल हो उठे। आवास विकास कालोनी के निवासी विवेक मिश्र व विकास भवन के निकट रह रहे योगेश कुरील में गहरी दोस्ती थी। विवेक इलेक्ट्रानिक व्यापारी के छोटे भाई वहीं योगेश जीएसटी कार्यालय बाराबंकी में लिपिक पद पर पर तैनात था। इनके साथ गए अन्य लोगों में नरेन्द्र चौधरी, महेश व शिवकुमार हैं, जिनका इलाज चल रहा।

शुक्रवार को शाहजहांपुर से जैसे ही विवेक व योगेश के पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचे, कोहराम मच गया। परिजनों व अपनों की चीख-पुकार और विलाप से माहौल बेहद गमगीन हो गया। विवेक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं योगेश की पत्नी बार-बार बेहोश हुई जा रही थीं। दो मासूम बच्चे, जिन्हें शायद अभी तक यह भी नहीं समझ आ रहा कि उनके सिर से पिता का साया उठ गया है, असहाय से एक कोने में बैठे रहे। परिजनों का विलाप देखकर आस पड़ोस से आए लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े। योगेश का मृत शरीर लेकर परिजन रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नारायनपुर रवाना हो गए। वहीं मृत विवेक का अंतिम संस्कार शहर में ही होगा।

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