लखीमपुर खीरी: मैलानी-नानपारा रेलवे ट्रैक पर शारदा के पानी का रिसाव शुरू...मंडराया खतरा
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। पहाड़ों पर हुई भारी बारिश से उफनाई शारदा नदी का पानी शनिवार की रात से भीरा-पलिया के बीच रेलवे ट्रैक के नीचे से रिसाव कर तेजी से बहने लगा है। इससे मैलानी-नानपारा रेल प्रखंड के धंसने की संभावना बढ़ गई है। वहीं आसपास के गांवों में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
भाजपा विधायक रोमी साहनी ने डीएम को चिट्ठी लिखकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। साथ ही रेल अधिकारियों से रिसाव रोक कर रेलवे ट्रैक को ठीक कराने जाने की बात कही है। मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारियों ने बचाव एवं राहत कार्य तेज कर दिया है। पत्थर आदि डालकर रिसाव को रोकने की कोशिश शुरू कर दी है।
शारदा नदी से आने वाली बाढ़ और कटान को रोकने के लिए हाल में ही मुख्यमंत्री की 23 करोड़ 22 लाख रुपये की अति महत्वाकांक्षी योजना से बाढ़ खंड सिंचाई विभाग ने ड्रैजिंग का कार्य पूरा कराया था। अभी तराई इलाके में मानसूनी बारिश भी शुरू नहीं हुई है। इससे पहले ही यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। पहाड़ों पर हुई भारी बरसात से शारदा के जलस्तर बढ़ने के बाद नदी ने रौंद रूप दिखाना शुरू कर दिया है। शारदा नदी का पानी पलिया शहर के किनारे अतरिया रेलवे पुल के पास पहुंच गया है। शनिवार की रात पलिया की अतरिया रेलवे क्रासिंग के निकट शारदा के पानी का रिसाव रेलवे ट्रेक के नीचे से शुरू हो गया है।
इससे भीरा-पलिया के बीच रेल ट्रैक को खतरा उत्पन्न हो गया। उधर पानी के रिसाव को रोकने के लिए मैलानी जंक्शन के पीडब्ल्यूआई आरडी यादव व एईएन मजदूरों को लेकर मौके पर पहुंचे हैं और बचाव एवं राहत का कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया है। रेलवे ट्रैक को बचाने व रिसाव रोकने के लिए पत्थर डाले जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर रेलवे लाइन टूटी तो 100 से अधिक गांव तबाह हो जाएंगे। बाढ़ की विभीषिका पलिया नगर को भी झेलनी पड़ेगी।
ट्रैक की निगरानी के लिए रेलवे ने तैनात किए वॉचमैन
भीरा पलिया के मध्य अतरिया क्रासिंग से पहले रेलवे ट्रैक के नीचे से पानी का बहाव तेज हो गया है। इससे कई जगह पर ट्रैक किनारे की मिट्टी भी कट रही है, जो आने वाले दिनों में ट्रेन संचालन में बाधा बन सकती है। संभावित खतरे को भांपते हुए रेलवे ने ट्रैक की निगरानी करने के लिए वॉचमैन तैनात किए हैं, जो ट्रैक पर हर पल नजर रखे हुए हैं। साथ ही पल-पल की रिपोर्ट अधिकारियों को कर रहे हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि मैलानी पलिया के बीच अतरिया क्रासिंग के निकट बनबसा डैम से पानी छोड़ने से जलभराव है। हालांकि ट्रैक सुरक्षित है। फिर भी संभावित खतरे को देखते हुए कॉसन लिया गया है। इसके तहत ट्रेनें 10 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ही चलेगीं।
