अभी जिंदा हूं तो जी लेने दो, 'रोड' पर ही सही पी लेने दो
खुलेआम छलका रहे जाम, नहीं देख पा रहे हुक्काम
लखनऊ, अमृत विचार। सबको पता है कि सड़क पर शराब पीना मना है। कडे़ नियम भी हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस और आबकारी महकमा भी है। लेकिन सब कुछ खुलेआम होता है। दिनभर मुख्य मार्गों पर बोतल, पैग और कैन लिए हुए लोग नजर आते हैं। स्थानीय लोगों ने अगर विरोध किया तो मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। शहर के सभी प्रमुख चौराहों और मार्गों पर हाथों में शराब लिए लोग हुड़दंग करते नजर आएंगे।
आइए हम शहर के पाश इलाके हजरतगंज क्षेत्र का हाल दिखाते हैं। लोग सड़क पर ही खुलेआम शराब पी रहे हैं। न इन्हें पुलिस का खौफ और न आबकारी महकमे का। आए दिन होते हुड़दंग देख अमृत विचार ने शनिवार की रात हजरतगंज के नवल किशोर रोड पर पार्किंग के पास खुली दुकानों के पास का जायजा लिया तो जमकर अराजकता देखने को मिली। पेश है अमित पांडेय और छायाकार प्रमोद शर्मा की रिपोर्ट।
दृश्य एक: रात करीब पौने दस बजे का समय। नवल किशोर रोड पर पार्किंग के पास खुली शराब की दुकान के बाहर लोग जमा है। खुलेआम शराब पीकर गाली-गलौज कर रहे हैं। महिलाएं और लोग इनसे बचते हुए दूसरे रास्ते को विकल्प बना निकलने को मजबूर हैं। खुलेआम सड़क पर शराब का सेवन कर रहे इन लोगों को किसी का खौफ नहीं है।
दृश्य दो: हजरतगंज में तलवार पेट्रोल पंप के सामने खुली शराब की दुकान के बाहर खुली सड़क पर भी यही नजारा देखने को मिला। कोई कार के दरवाजे खोल शराब का सेवन कर रहा है तो कोई मुख्य सड़क पर 'अंग्रेजी' वाइन गटक रहा है। मुख्य मार्ग है। इसी पर आयकर, जीएसटी और रेलवे के कार्यालय हैं। लोग इस मार्ग से होते हुए गोमतीपार के इलाकों में जाते हैं। लेकिन इनकी भीड़ देख यह लोग अपने वाहन दुकान से पहले वाले मार्ग से मोड़ देते हैं। सहारागंज, सप्रू मार्ग होते हुए लोग अपनी गंतव्य की ओर जाते हैं।
जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह ने कहा कि मामला जानकारी में आया है। कल से सघन अभियान चला कार्रवाई की जाएगी। सड़क और चौराहे पर खुलेआम शराब पीना गलत है। ठेकेदारों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
