मेडिकल रिसर्च व टेक्नोलॉजी का ग्लोबल सेंटर बनेगा केजीएमयू: योगी

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Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) परिसर में 941 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सात परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने वॉर्ड में जाकर न सिर्फ मरीजों का हालचाल लिया, बल्कि डॉक्टरों से संवाद करते हुए भावी स्वास्थ्य विस्तार की योजनाओं पर भी चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह अपने आप में किसी भी चिकित्सा संस्थान के लिए बड़ी उपलब्धि है। एक साथ करीब एक हजार करोड़ रुपये की लागत से परियोजनाएं शुरू होना इस बात का प्रमाण है कि डबल इंजन की सरकार प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को विश्वस्तरीय बनाने के लिए कितनी गंभीर हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस संस्थान में आज जब कई परियोजनाएं एक साथ धरातल पर उतर रही हैं, तो यह महज निर्माण नहीं, बल्कि स्वस्थ उत्तर प्रदेश, समर्थ भारत" की दिशा में एक नए युग की शुरुआत है। टेक्नोलॉजी के साथ खुद को भविष्य के लिए तैयार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का प्रकोप प्रारंभ होने पर केजीएमयू प्रदेश का पहला संस्थान था, जहां कोविड जांच की सुविधा शुरू की गई। इसी साहसिक और त्वरित पहल से उप्र. ने समय रहते महामारी से मुकाबले की रणनीति विकसित की।

मुख्यमंत्री ने यहां ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक और न्यू कार्डियोलॉजी विंग का लोकार्पण किया। साथ ही 500 बेड वाले ट्रॉमा सेंटर, जनरल सर्जरी विभाग के नवीन भवन, प्रशासनिक परिसर और पेशेंट यूटिलिटी कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास किया।

बलरामपुर में स्थापित किया जा रहा है केजीएमयू का सेटेलाइट केंद्र

मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि बलरामपुर में केजीएमयू का सेटेलाइट सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इससे मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही उपचार मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने आईआईटी कानपुर के साथ मेडिकल टेक्नोलॉजी पर केंद्रित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की पहल की जानकारी दी। साथ ही कहा कि हमारा प्रयास हैं कि केजीएमयू और एसजीपीजीआई इस सेंटर से जुड़कर नई रिसर्च करें और भारत को हेल्थ टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनाएं।

जनसामान्य की आस्था का केंद्र बना केजीएमयू

मुख्यमंत्री ने मरीजों से संवाद के दौरान उनकी संतुष्टि पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह सामान्य बात नहीं है कि एक मरीज का आत्मविश्वास उसका इलाज कर रहा होता है। केजीएमयू में भर्ती मरीजों की आंखों में यह विश्वास मैंने खुद देखा है। यही इस संस्थान की सबसे बड़ी पूंजी है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों और अधिकारियों से आह्वान किया कि वे नकारात्मकता को दूर रखें और समय के साथ स्वयं को अपडेट करें। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, स्वास्थ्य एंव चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा, केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद समेत कई गणमान्य, केजीएमयू प्रशासन से जुड़े अधिकारीगण व चिकित्सक मौजूद रहे।

इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण व शिलान्यास...

मुख्यमंत्री ने केजीएमयू में 105 करोड़ रूपए की लागत से न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग की शुरुआत की। वहीं 375 करोड़ रूपए की लागत से जनरल सर्जरी विभाग का छह मंजिला नवीन भवन,सात मंजिला ट्रॉमा सेंटर विस्तार एवं पेशेंट यूटिलिटी कॉम्प्लेक्स, सेंटर फॉर ऑर्थोपेडिक सुपरस्पेशियलिटी, डायग्रोस्टिक लैब एवं पेशेंट रिलेटिव एकमोडेशन फैसिलिटी ब्लॉक, नवीन प्रशासनिक भवन, न्यू गेस्ट हाउस का विस्तार का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

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