पीलीभीत में पुल और पुलिया पर रोका गया यातायात...वड़ोदरा की घटना से लिया सबक
बरेली, अमृत विचार। गुजरात के वडोदरा में पुल ढहने की घटना के बाद लोक निर्माण विभाग बरेली मंडल में 50 वर्ष पुराने सभी पुलों की जांच करा रहा है। मंडल के चारों जिलों में इंजीनियर अब तक 21 पुलों की जांच कर चुके हैं। जांच में पीलीभीत में एक पुल और एक पुलिया यातायात के लिहाज से असुरक्षित मिलने पर आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया गया। इसमें एक पुलिया पूरनपुर तहसील में कुरैया खुर्द-सिंबुआ-शीतलपुर-जगतपुर मार्ग पर है। जिसे तीस साल पहले लोगों ने श्रमदान कर बनाई थी। क्षतिग्रस्त होने पर दीवार लगाकर इसे बंद कर दिया गया है।
इसके अलावा भौनी-परेवा मार्ग का पर एक पुल है, जो 1930 में बना था। क्षतिग्रस्त होने पर पीडब्ल्यूडी ने इस पर भी आवागमन बंद कर साइन बोर्ड लगा दिया है। इसके अलावा दो अन्य बड़े पुलों के क्षतिग्रस्त होने पहले से आवागमन बंद चल रहा है।
इनमें ब्रिटिश काल के बने दोनों पुल हरदोई ब्रांच नहर पर बने हैं। इसमें डगा पुल बीते सात मार्च को दरार आने आधा बह गया था। इसके बाद इस पुल से आवागमन बंद कर दिया गया है। इसके अलावा इसी नहर पर बना कलीनगर पुल बीते 5 जुलाई को दरार आने के बाद बंद कर दिया गया था। दोनों पुलों से आवागमन बंद होने के बाद अब राहगीर अन्य वैकल्पिक मार्गों से गुजर रहे हैं।
