Kanwar Yatra: मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों पर रोक, हल्के वाहनों को मिली अनुमति, रूट डायवर्जन लागू

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

मेरठः कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे को एकतरफा (वन-वे) किया जा रहा है। साथ ही, भारी वाहनों जैसे ट्रक, बस, ट्रोले और ट्रैक्टर आदि के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि, हल्के वाहन दिल्ली और मेरठ की ओर निर्बाध रूप से चल सकेंगे। यातायात पुलिस ने रविवार सुबह से रूट डायवर्जन योजना लागू कर दी है। एनएच-58 पर भी भारी वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। शिवभक्तों की संख्या के आधार पर इस योजना में और बदलाव भी संभव हैं।

यातायात पुलिस की व्यवस्था

यातायात पुलिस अधीक्षक राघवेंद्र मिश्र ने बताया कि सभी प्रमुख स्थानों पर यातायात पुलिस तैनात कर दी गई है। मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर भारी और मध्यम वाहनों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा, जबकि हल्के वाहनों को आवागमन की अनुमति होगी। इसके अलावा, 23 जुलाई 2025 तक कांवड़ यात्रा के लिए गंग नहर पटरी मार्ग (चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग) पर सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था

दिल्ली से हरिद्वार और देहरादून की ओर जाने वाले भारी और मध्यम वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं। ये वाहन गाजीपुर बॉर्डर से एनएच-9, यूपी गेट, डासना इंटरचेंज (गाजियाबाद), पिलखुवा (हापुड़), निजामपुर तिराहा, हापुड़ बाईपास, ततारपुर तिराहा, टियाला अंडरपास (हापुड़), किठौर (मेरठ), परिक्षितगढ़, छोटा मवाना, बहसूमा (मेरठ), रामराज, मीरापुर, जानसठ, सिखेड़ा, भोपा बाईपास, पचेंडा बाईपास, रामपुर तिराहा, रोहाना (मुजफ्फरनगर), देवबंद (सहारनपुर) और आशारोडी चौकी होते हुए देहरादून पहुंचेंगे। वापसी के लिए भी यही मार्ग उपयोग होगा।

गाजियाबाद से बिजनौर के लिए मार्ग

गाजियाबाद से बिजनौर जाने वाले मध्यम वाहन एनएच-9 से डासना इंटरचेंज, पिलखुवा, निजामपुर तिराहा, हापुड़ बाईपास, ततारपुर तिराहा, टियाला अंडरपास, हापुड़ देहात चौकी, साईलो द्वितीय, किठौर (मेरठ), परिक्षितगढ़, बड़ा मवाना, बहसूमा, रामराज, मीरापुर (मुजफ्फरनगर) और गंगा बैराज होते हुए बिजनौर जाएंगे। वापसी के लिए भी यही मार्ग होगा।

बुलंदशहर से उत्तराखंड के लिए मार्ग

बुलंदशहर से हरिद्वार और देहरादून जाने वाले हल्के और मध्यम वाहन जोखाबाद चौकी (सिकंदराबाद, बुलंदशहर) से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, डासना इंटरचेंज, पिलखुवा, निजामपुर तिराहा, हापुड़ बाईपास, ततारपुर तिराहा, टियाला अंडरपास, किठौर, परिक्षितगढ़, छोटा मवाना, बहसूमा, रामराज, मीरापुर, जानसठ बाईपास, भोपा बाईपास, पचेंडा बाईपास, रामपुर तिराहा, रोहाना, देवबंद, नागल, गागलहेड़ी, छुटमलपुर, मोहण्ड, बिहारीगढ़ (सहारनपुर) और आशारोडी चौकी (देहरादून) के रास्ते जाएंगे। हरिद्वार जाने वाले हल्के और मध्यम वाहन छुटमलपुर से भगवानपुर, रुड़की होते हुए हरिद्वार पहुंचेंगे। वापसी के लिए भी यही मार्ग होगा।

एनएच-58 और कांवड़ पटरी मार्ग की व्यवस्था

-23 जुलाई 2025 तक गंग नहर पटरी (चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग) पर सभी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह निषिद्ध रहेगा।  
- 20 जुलाई 2025 को हल्के वाहन (कार, बाइक आदि) एनएच-58 की बाईं लेन पर मेरठ, मुजफ्फरनगर और हरिद्वार की दिशा में आ-जा सकेंगे। दाहिनी लेन हरिद्वार से आने वाले कांवड़ यात्रियों के लिए आरक्षित रहेगी।  
- मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर भारी और मध्यम वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, लेकिन हल्के वाहन दोनों दिशाओं में चल सकेंगे।

यह भी पढ़ेः गाजियाबाद में दर्दनाक हादसा: तेज रफ्तार एंबुलेंस ने कांवड़ियों को रौंदा, दो की मौत, तीन की हालत गंभीर 

संबंधित समाचार