शाहजहांपुर : जीवन प्रमाण पत्र अब घर बैठे, पेंशनर्स को नहीं खाने होंगे धक्के
आधार आधारित ऑनलाइन फेस ऑथेंटिकेशन से बनेगा जीवित प्रमाणपत्र
शाहजहांपुर, अमृत विचार। सरकार ने पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। अब जीवित प्रमाण पत्र के लिए बुजुर्गों को बैंक, डाकघर या अन्य सरकारी दफ्तरों में लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी। यूआईडीएआई ने ऑनलाइन फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा को पूरी तरह लागू कर दिया है। इससे बुजुर्ग घर बैठे ही अपना जीवित प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे।
पिछले वर्ष यह सेवा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाई गई थी। अब इसमें आई तकनीकी खामियों को दूर कर फूलप्रूफ व्यवस्था की गई है। यूआईडीएआई के उप महानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह के मुताबिक पेंशनर्स को केवल मोबाइल में जीवन प्रमाण फेस ऐप और आधार फेस आरडी ऐप इंस्टॉल करना होगा। जीवन प्रमाण फेस ऐप केवल तभी काम करेगा जब आधार फेस आरडी ऐप मौजूद होगा। पेंशनर को कैमरे के सामने फेस ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। उन्होंने बताया कि यह तकनीक सुरक्षित, सरल और त्वरित है, जिससे बुजुर्गों को सरकारी कार्यालयों में धक्के खाने से राहत मिलेगी।
कैसे करें आवेदन
मोबाइल पर आधार फेस आरडी ऐप इंस्टॉल करें।
इसके बाद जीवन प्रमाण फेस ऐप डाउनलोड करें।
ऐप खोलने पर मोबाइल स्क्रीन पर रजिस्ट्रेशन विंडो खुलेगी।
पेंशनर को आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज कर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
रजिस्ट्रेशन के बाद दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया होगी।
मोबाइल स्क्रीन पर एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें सभी जरूरी जानकारियां भरें।
मोबाइल के कैमरे से फेस ऑथेंटिकेशन कराना होगा।
सफल सत्यापन के बाद आधार नंबर धारक का जीवित प्रमाणपत्र ऑनलाइन तैयार हो जाएगा।
बुजुर्गों को अब राहत
पेंशनर्स को जीवित प्रमाणपत्र के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की झंझट से छुटकारा मिल गया है। सरकार ने आधार आधारित ऑनलाइन फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा शुरू की है। इस सुविधा के जरिए बुजुर्ग घर बैठे मोबाइल फोन से कुछ ही मिनटों में जीवित प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं। पहले इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाया गया था, लेकिन अब इसे पूरी तरह सुरक्षित और स्थायी व्यवस्था बना दिया गया है। यूआईडीएआई का दावा है कि यह तकनीक पूरी तरह सुरक्षित है और इससे समय व मेहनत दोनों की बचत होगी।
फेस ऐप से ऐसे बनेगा जीवन प्रमाणपत्र
पेंशनर को पहले अपने मोबाइल में आधार फेस आरडी ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद जीवन प्रमाण फेस ऐप इंस्टॉल करके इसे खोलें। स्क्रीन पर खुलने वाली विंडो में आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करके रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद मोबाइल स्क्रीन पर एक फॉर्म आएगा, जिसमें आवश्यक विवरण भरना होगा। इसके बाद मोबाइल कैमरे से चेहरा स्कैन किया जाएगा। फेस ऑथेंटिकेशन सफल होते ही पेंशनर का जीवित प्रमाणपत्र तैयार होकर ऑनलाइन दर्ज हो जाएगा।
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