Bareilly: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, किसान की पीट-पीटकर हुई थी हत्या
बरेली, अमृत विचार। फरीदपुर क्षेत्र के गांव बंजरिया में पैमाइश के दौरान अधेड़ किसान पप्पू की पीट-पीट कर हत्या की गई थी। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ट्रेकिया (श्वांसनली) टूटा मिला, जबकि, शरीर पर कई चोट के निशान मिले। आशंका है कि तेजी से लाठी लगने के कारण मौत हुई।
वहीं, शुक्रवार दोपहर शव गांव पहुंचते ही परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा किया। ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी की मांग करते हुए उसका घर सरकारी तालाब की जमीन में बने होने का आरोप लगाया। मृतक किसान के परिजन बुलडोजर चलाने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस-प्रशासन की टीम के समझाने के बाद शांत हुए।
थाना क्षेत्र के ग्राम बंजरिया इलाके में पप्पू के भाई का खेत है। उसके खेत में धान की फसल लगी हुई है। इस खेत के पास तीन मीटर चौड़ा और 80 मीटर लम्बा चकरोड निकालने के लिए मिट्टी डालने का काम होना था। इसको लेकर कई बार पैमाइश भी हो चुकी थी। आरोप है कि ग्राम प्रधान राम रईस उनके खेत से दूसरा रास्ता लेने पर अड़ा हुआ है। इस विवाद को निपटने के लिए राजस्व विभाग की टीम गुरुवार को स्थानीय पुलिस फोर्स को साथ लेकर पैमाइश के लिए पहुंची थी।
पैमाइश के दौरान पप्पू मौके पर गए और खेत खाली होने पर चकरोड बनाने को कहा। पप्पू के परिजनों का आरोप है कि पैमाइश होने के कुछ देर बाद हंगामा हो गया और प्रधान पक्ष के लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर पप्पू की हत्या कर दी।
मृतक पप्पू के बेटे कल्लू की तहरीर पर पुलिस ने ग्राम प्रधान राम रईस, उसके भाई विजयपाल उर्फ गुड्डू और शिवराज के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पिटाई से हत्या होने की पुष्टि हुई है। फरीदपुर थाना प्रभारी राधेश्याम ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ट्रेकिया टूटने और शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। ऐसे में अब इस मुकदमे को हत्या की धाराओं में तब्दील किया जाएगा।
प्रधान की जमीन की नाप करा कर कार्रवाई का दिया आश्वासन
पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को मृतक किसान पप्पू का शव जब गांव बंजरिया पहुंचा तो मातम पसर गया। मृतक के घर पर गांव सहित आसपास के भी ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। हंगामे की आशंका से पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद था। मृतक के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से साफ इनकार कर दिया। साथ ही ऐलान किया कि पुलिस जब तक ग्राम प्रधान और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती वह लोग शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
घटनास्थल पर उप जिलाधिकारी और हल्का लेखपाल व क्षेत्राधिकारी को मौके पर बुलाने समेत ग्राम प्रधान का घर गिराने की जिद करते रहे। क्षेत्राधिकारी संदीप कुमार और नायब तहसीलदार शुभम पांडेय राजस्व से टीम के साथ पहुंचे और परिजनों से बातचीत कर समझा कर शांत कराया।
गिरफ्तारी के लिए तीन दिन का मांगा समय
उप जिलाधिकारी मल्लिका नैन भी गांव बंजरिया पहुंची। उन्होंने भी ग्रामीणों को हर संभव कार्रवाई समेत अन्य मदद का भरोसा दिलाया। फरीदपुर क्षेत्राधिकारी संदीप कुमार ने परिजनों और ग्रामीणों के बीच कसम खाते हुए तीन दिन के अंदर आरोपियों की गिरफ्तार कर जेल भेजने का आश्वासन दिया। परिजनों और ग्रामीणों ने मांग रखी कि उनके गांव में लगभग 108 बीघा ग्राम समाज की जमीन पड़ी है।
इसमें अधिकांश जमीन ग्राम प्रधान के कब्जे में है। उस जमीन को तत्काल कब्जा मुक्त कराएं, साथ ही ग्राम प्रधान ने अपना मकान गांव के तालाब को पाटकर बनाया है, उसे भी बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया जाए। एसडीएम ने यह भी आश्वासन दिया कि उनके गांव की जांच के लिए टीम को गठित किया जाएगा। पुलिस की मौजूदगी में शाम लगभग छह बजे अंतिम संस्कार किया गया। तब प्रशासन ने चैन की सांस ली।
