शाहजहांपुर: प्रार्थना और चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण ! हिंदू संगठनों के हंगामे पर चार हिरासत में लिए

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। रविवार को धर्मांतरण को लेकर दो गांवों में विवाद हो गया। निगोही थाना क्षेत्र के अल्हादपुर गांव में ‘प्रार्थना सभा’ तो खुटार के कुंभिया माफी गांव में ‘चंगाई सभा’ के जरिए कथित तौर पर हिंदू समाज के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगा। दोनों मामलों में हिंदू संगठनों के विरोध के बाद भारी हंगामा हुआ और पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। पुलिस ने दोनों स्थानों से कुल चार लोगों को हिरासत में लिया है और जांच शुरू कर दी है।

रविवार की सुबह हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह को सूचना मिली कि निगोही क्षेत्र के अल्हादपुर गांव में एक मकान में प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा है। सूचना मिलते ही जिलाध्यक्ष अपने कई कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभा बंद कराने का प्रयास किया, लेकिन मकान के अंदर मौजूद महिलाओं ने डंडों से हमला कर दिया। हिन्दू युवा वाहिनी का आरोप है कि जब उन्होंने धर्मांतरण का विरोध किया तो महिलाओं ने उन्हें एससी एक्ट और छेड़छाड़ के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। 

कुछ ही देर में गांव में भीड़ जमा हो गई और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसी तरह हालात पर काबू पाया। दो महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हिन्दू युवा वाहिनी की ओर से जिलाध्यक्ष ने थाना निगोही पर तहरीर दी है, जिसमें आरोप है कि करीब 25 लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन दिया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।

चंगाई सभा में 40 से ज्यादा लोग, मिशनरी साहित्य बरामद
खुटार थाना क्षेत्र के कुंभिया माफी गांव में चंगाई सभा के नाम पर अवैध धर्मांतरण की सूचना पर भी हड़कंप मच गया। हिंदू युवा संगठन उत्तर प्रदेश (अ) के अध्यक्ष अवनीश मिश्र को जानकारी मिली कि गांव के किनारे एक खेत में बने मकान में ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग हिंदू धर्म छोड़ने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं। अवनीश मिश्र अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि लगभग 40-50 महिलाएं और पुरुष एक बड़े कमरे में बैठे थे और मकान मालिक हरिश्चंद्र जाटव और उनका बेटा शैलेश कुमार धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे थे। 

आरोप है कि ईसाई धर्म अपनाने पर रुपए का लालच भी दिया जा रहा था। इस दौरान दोनों ने संगठन कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और जान से मारने की धमकी दी। सूचना पर थानाध्यक्ष राजेंद्र कुमार रावत फोर्स के साथ पहुंचे और दोनों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मौके से बाइबिल सहित अन्य ईसाई मिशनरी से संबंधित साहित्य भी बरामद किया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है और जांच जारी है।

50 हजार का प्रलोभन देकर धर्म बदलवाने का आरोप
हिंदू युवा संगठन के अध्यक्ष अवनीश मिश्र ने बताया कि खुटार कस्बे के मोहल्ला बगियानाथ निवासी सुमित कुमार ने उन्हें बताया कि हरिश्चंद्र ने उसे ईसाई धर्म अपनाने पर 50,000 रुपये देने का लालच दिया था। सुमित कई बार चंगाई सभा में शामिल हुआ, लेकिन उसे हर बार धर्म परिवर्तन का दबाव दिया जाता रहा। संगठन का आरोप है कि हरिश्चंद्र और उसका परिवार बाहरी मिशनरी संगठनों से फंड लेकर लंबे समय से इस काम में लगा है और जिले में कई स्थानों पर इस तरह की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। उन्होंने आरोपियों के बैंक खातों की जांच और पूरे परिवार पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

जांच के बाद होगी कार्रवाई
दोनों ही घटनाओं में प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। सीओ सदर प्रयांक जैन ने बताया कि अल्हादपुर प्रकरण की जांच की जा रही है। वहीं, थाना खुटार प्रभारी आरके रावत ने बताया कि धर्मांतरण के प्रयास की पुष्टि के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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