आउट ऑफ स्कूल बच्चों को बौद्धिक क्षमता के अनुसार मिलेगी शिक्षा, 1 अगस्त से चलाया जाएगा विशेष अभियान
लखनऊ, अमृत विचार: आउट ऑफ स्कूल में चिह्नित किए गए बच्चों को उनकी बौद्धिक क्षमता के अनुसार शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए 1 अगस्त से विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में महानिदेशक कंचन वर्मा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने राज्य में 68913 बच्चे आउट ऑफ स्कूल के तौर पर चिन्हित किए हैं।महानिदेशक कंचन वर्मा ने बताया कि 6 से 14 आयु वर्ग के इन बच्चों को प्राथमिक स्तर की शिक्षा से दोबारा जोड़ने के लिएशिक्षा की मुख्यधारा में पुनः प्रवेश की रणनीति बनाई गई है। इसमें बच्चों को उनकी उम्र के अनुरूप आयु संगत कक्षा में नामांकित कर शिक्षा दी जाएगी। शारदा कार्यक्रम के अंतर्गत उन्हें नियमित स्कूल शिक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। बता दें कि पहचान किये गये आउट ऑफ स्कूलबच्चों को विशेष रूप से प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा 9 माह का विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
योजना के अंतर्गत, ऐसे विद्यालय जहां 5 या उससे अधिक आउट ऑफ स्कूल बच्चे हैं, वहां विद्यालय प्रबंध समिति के माध्यम से विशेष प्रशिक्षकों का चयन किया जायेगा। जिनमें सेवानिवृत्त अध्यापक या स्वैच्छिक सेवा देने वाले योग्य वॉलिंटियर्स को वरियता दी जाएगी। ये प्रशिक्षक बच्चों को आवश्यक विशेष प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे वे कक्षा के अनुरूप मुख्यधारा की शिक्षा से जुड़ सकें।
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