लखनऊ में चकबंदी यूनियन के अध्यक्ष की संदिग्ध हालात में गोली लगने से मौत

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Published By Vinay Shukla
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सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली क्षेत्र स्थित विंड क्लब में हुई घटना, मौके पर डीसीपी साउथ, एसीपी व फोरेंसिक टीम ने किया मुआयना

 लखनऊ अमृत विचार :  सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के गोमतीनगर एक्सटेंशन स्थित विंड क्लब में चकबंदी यूनियन के अध्यक्ष राजकुमार सिंह (55) की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। मृतक का लाइसेंसी रिवॉल्वर पास में पड़ा मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और घटनास्थल की फोरेंसिक जांच करवाई। घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी साउथ, एसीपी कैंट, भारी पुलिस बल और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। क्लब के अंदर बारीकी से जांच की गई। अधिकारियों ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के निर्देश दिए हैं।

राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में थे सक्रिय : राजकुमार सिंह चकबंदी विभाग में बाबू के पद पर कार्यरत थे। वह निगोहा थाना क्षेत्र के करणपुर गांव के निवासी थे और वर्तमान में परिवार के साथ लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में रहते थे। बताया जा रहा है कि वह पिछले चार-पांच वर्षों से चकबंदी यूनियन के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जा रहे थे। जिले में शासन-प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओं से उनके अच्छे संबंध थे। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने पहली बार अपने कार्यालय से दो-तीन दिन की लिखित छुट्टी ली थी। इसके साथ ही यह भी सामने आया है कि वह ज्योतिष विद्या में पारंगत थे और कई नेताओं व अधिकारियों के निजी ज्योतिष सलाहकार भी रहे हैं।

सुसाइड नोट नहीं मिला, हर एंगल से हो रही जांच : पुलिस के मुताबिक, मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। ऐसे में हत्या या आत्महत्या, दोनों पहलुओं पर जांच की जा रही है। पुलिस ने उनके मोबाइल, दस्तावेज और क्लब की एंट्री डिटेल्स को जब्त कर लिया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि परिवारजन, सहकर्मी व क्लब प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो पाएगी।

क्लब में प्रवेश कैसे मिला, जांच का विषय : सवाल यह भी उठ रहा है कि राजकुमार सिंह को प्राइवेट क्लब में किसकी अनुमति से प्रवेश मिला, और क्या वह अक्सर वहां जाया करते थे? पुलिस इन बिंदुओं पर भी जांच कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम की विधिक कार्रवाई डीसीपी साउथ के निर्देशन में शुरू की है। जल्द ही परिजनों के बयान दर्ज कर, परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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