बाराबंकी में संदिग्ध हालात में युवक की मौत, सुसाइड नोट में पड़ोसियों पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक के परिजन बोले, पहले से था रंजिश, हत्या की साजिश हो सकती है
बाराबंकी, अमृत विचार : कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कुड़वासा में बुधवार देर शाम उस समय सनसनी फैल गई, जब 32 वर्षीय युवक प्रमोद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक ने मौत से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपने पड़ोसियों पर मानसिक उत्पीड़न और प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, परिजन इस घटना को साजिशन हत्या मान रहे हैं।
परिजनों का आरोप-चल रहा था पुराना विवाद : मृतक के भाई रघुनंदन ने बताया कि प्रमोद का गांव के ही कुछ लोगों से लंबे समय से विवाद चल रहा था। बुधवार शाम वह शराब के नशे में उन्हीं पड़ोसियों से उलझ गया था। पहले विवाद की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत हुआ, लेकिन कुछ ही देर बाद फिर से विवाद की सूचना मिली। इस बार पुलिस के पहुंचने पर प्रमोद कमरे में अचेत अवस्था में मिला।
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने किया मृत घोषित : परिजन प्रमोद को तत्काल सीएचसी रामसनेहीघाट लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक प्रमोद अपने पीछे चार साल के बेटे रुद्र को छोड़ गया है। मौत की खबर से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी, निष्पक्ष जांच का आश्वासन : घटना की सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक जटाशंकर मिश्र मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। उन्होंने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अंकित त्रिपाठी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सुसाइड नोट बना जांच की अहम कड़ी : मृतक द्वारा छोड़ा गया सुसाइड नोट पुलिस के हाथ लग गया है, जिसमें उसने गांव के कुछ व्यक्तियों पर प्रताड़ना और तनाव देने का आरोप लगाया है। पुलिस इस सुसाइड नोट को जांच का आधार मानते हुए, संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है।
गांव में पसरा सन्नाटा, हर आंख नम : ‘प्रमोद जैसा लड़का दुबारा नहीं मिलेगा’ : गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रमोद मिलनसार और मेहनती युवक था। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चा है कि यह महज आत्महत्या नहीं, कोई गहरी साजिश हो सकती है। वहीं, पुलिस का कहना है कि "पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सुसाइड नोट की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।"
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