प्रयागराज में बाढ़ से लाखों लोग घिरे: खतरे के निशान से 1 मीटर दूर बह रही गंगा-यमुना, मदद में लगा प्रशासन 

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Published By Anjali Singh
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प्रयागराज, अमृत विचार। प्रयागराज में गंगा - यमुना का जलस्तर तेजी से खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है इससे जिले की सभी आठ तहसील प्रभावित के लाखों लोग प्रभावित हो गये है जबकि शहरी क्षेत्र के पांच दर्जन मोहल्ले के लोग पूरी तरह से बाढ़ग्रस्त हो गये है और सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे हैं। बाढ़ से प्रभावित प्रतियोगी छात्र अपने घरों को जा रहे हैं। प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने में लगा है। बाढ़ राहत शिविर में प्रभावित लोग पहुंच रहे हैं उनके रहने खाने की व्यवस्था की गई है।

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पिछले 24 घण्टे में प्रयागराज में गंगा फाफामऊ में 85 सेमी, छतनाग में 105 सेमी और यमुना नैनी में 105 सेमी बढ़ी है। गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 83.48 मीटर, छतनाग में 83.16 मीटर और नैनी में यमुना का 83.81 मीटर है जबकि खतरे का निशान 84.734 मीटर है। बाढ़ नियंत्रण प्रखण्ड के अनुसार दोनों नदियों के जलस्तर में अभी वृद्धि जारी रहेगी क्योंकि एमपी, राजस्थान, उत्तराखंड और यूपी में हो रही बारिश का पानी संगम आ रहा है इससे दोनों नदियों के जलस्तर में अभी वृद्धि जारी रहेगी।

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शहरी क्षेत्र के कछारी इलाका दारागंज,छोटा बघाड़ा, शिवकुटी, सलोरी, रसूलाबाद, तेलियरगंज, नयापुरवा, अशोक नगर, गंगा नगर, द्रोपदीघाट, करेली, करैलाबाग, जेके आशियाना, जीटीबी नगर सहित अन्य मोहल्ले में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे लाखों लोग परेशान हो गये है। वह अपने गृहस्थी के सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। 

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बाढ़ का पानी झूंसी क्षेत्र के कछारी इलाके, बदरा सोनौटी, हेतापटटी सहित अन्य इलाकों में घुस गया है। शहरी क्षेत्र के मम्फोर्डगंज इलाके के नाले से पानी शहर में घुस गया है। इसी तरह से अरैल क्षेत्र के नाले से पानी नैनी इलाके में घुस गया है जिससे आसपास के मोहल्लों में पानी घुसना शुरू हो गया है।

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प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के रहने वाले लोगों की सुविधा के लिए 29 बाढ़ राहत शिविर बनाया है जिसमें प्रभावित लोग परिवार सहित पहुंचने लगे हैं। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया है कि वह बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों पर नजर रखे और प्रभावित लोगों की मदद करें। 

दो लाख प्रतियोगी परीक्षार्थियों ने शहर छोड़ा 

बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रतियोगी परीक्षार्थी है। दो लाख परीक्षार्थी शहर छोड़कर अपने घरों को जा रहे है क्योंकि छोटा बघाड़ा, बघाड़ा , दारागंज, सलोरी, नयापुरवा , गंगा नगर, अशोक नगर सहित अन्य मोहल्ले बाढ़ग्रस्त हो गये है।

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