बाराबंकी: बाढ़ पीड़ितों ने प्रभारी मंत्री को याद दिलाया उनका वादा, कहा- केवल आवास पट्टे मिले, भूमि आज तक नहीं मिली
सूरतगंज/बाराबंकी, अमृत विचार। तहसील रामनगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का शुक्रवार को राज्य मंत्री सुरेश राही ने दौरा कर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने हेतमापुर के उधिया गांव में सरयू नदी की कटान रोकने के लिए चल रहे परक्यूपाइन स्टड कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान बाढ़ खंड के अवर अभियंता शशिकांत सिंह ने नक्शे के माध्यम से उन्हें परियोजना की जानकारी दी।
परियोजना के तहत 209.06 लाख रुपये की लागत से 15 मीटर लंबाई के 11 परक्यूपाइन स्टड, 45 मीटर के अंतराल पर लगाए जा रहे हैं। इनके मध्य और अपस्ट्रीम व डाउनस्ट्रीम में भी परक्यूपाइन स्क्रीनिंग की जा रही है, जिससे सरयू नदी की तेज धारा को मोड़कर कटान रोका जा सके। मंत्री ने स्थानीय निवासियों से बात कर कटान की स्थिति जानी।

निरीक्षण के दौरान केदारीपुर, बबुरी और सरसंडा गांव के कटान पीड़ित ग्रामीणों ने मंत्री को पिछले वर्ष का वादा याद दिलाया, जिसमें उन्होंने 241 प्रभावित परिवारों को पांच-पांच बीघा खेती योग्य भूमि देने की बात कही थी। ग्रामीणों ने शिकायत की कि उन्हें केवल आवास पट्टे दिए गए हैं, भूमि आज तक नहीं मिली। इस पर मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि पात्र कटान पीड़ितों को खेती योग्य भूमि आवंटित की जाए।
मंत्री ने यह भी स्वीकार किया कि वादा पूरा न हो पाना प्रशासन की चूक है, जिसे शीघ्र सुधारा जाएगा। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्थापित राहत केंद्र का भी मंत्री ने निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान डीएम शशांक त्रिपाठी, एडीएम डॉ. अरुण कुमार सिंह, एसडीएम रामनगर गुंजिता अग्रवाल, तहसीलदार विपुल सिंह सहित कई विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
