स्वर्णिम मध्यप्रदेश विजन 2047 : ड्रोन से बदलेगी खेतों की तकदीर, अब किसान भी उड़ान भरेंगे"

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Published By Vinay Shukla
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भोपाल, अमृत विचार : ‘स्वर्णिम मध्यप्रदेश विजन 2047’ की ओर बढ़ते कदम अब तकनीक के पंखों पर सवार हैं। राजधानी भोपाल में आयोजित समिट में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तकनीकी कृषि की दिशा में नए युग की शुरुआत की बात कही। कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए 200 से अधिक किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) निदेशकों ने कृषि ड्रोन की कार्यप्रणाली को करीब से समझा और इसके उपयोग को खेती के भविष्य के रूप में स्वीकारा।

समिट में शामिल ‘वैमानिका एयरोस्पेस’ की ओर से लगाए गए कृषि ड्रोन प्रदर्शनी केंद्र पर भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष साईं रेड्डी पहुंचे। उन्होंने विशेषज्ञों से कृषि ड्रोन की तकनीकी कार्यप्रणाली को जाना और देखा कि किस प्रकार यह तकनीक किसानों की मेहनत को कम करते हुए मुनाफे को दोगुना कर सकती है।

डॉ. मोहन यादव ने कहा कि तकनीक से लैस खेती से ही किसान समृद्ध होगा और प्रदेश स्वर्णिम भविष्य की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता तकनीक आधारित खेती को गांव-गांव तक पहुंचाना है।

हर खेत तक ड्रोन की पहुंच : समिट में वैमानिका टीम ने एफपीओ प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि ‘हर खेत तक ड्रोन’ पहुंचाने की प्रतिबद्धता के साथ वे काम कर रहे हैं। टीम ने बताया कि ड्रोन तकनीक न सिर्फ छिड़काव को आसान बनाएगी बल्कि समय, श्रम और लागत तीनों में कमी लाकर उत्पादकता बढ़ाएगी। कई संगठनों ने भी अपने क्षेत्रों में कृषि ड्रोन को अपनाने की योजना साझा की।

तकनीक से संवरेंगे किसान : मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्णिम मध्यप्रदेश का सपना तभी पूरा होगा जब गांव और किसान तकनीक से जुड़ेंगे। इस दिशा में कृषि ड्रोन क्रांति की नींव साबित होंगे। वहीं, एफपीओ निदेशकों ने ड्रोन प्रदर्शन को भविष्य के कृषि परिदृश्य में गेमचेंजर बताया।

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