इसरो वैज्ञानिकों ने किये श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन, रुद्राभिषेक अनुष्ठान कर लिया बाबा का आशीर्वाद
वाराणसी। सावन मास की पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के साथ रुद्राभिषेक अनुष्ठान किया। इसरो के वैज्ञानिकों का यह दल भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के चंद्रयान अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। शास्त्रों में चंद्र को धारण करने वाले भगवान शिव को सोमनाथ और चंद्रमौलेश्वर जैसे नामों से जाना जाता है।
सनातन परंपरा में चंद्र दर्शन को भगवान शिव के साक्षात दर्शन के समान माना जाता है। ऐसे में, आधुनिक विज्ञान के मेधावी वैज्ञानिकों द्वारा सनातन प्रतीकों के प्रति यह श्रद्धा भारत की प्राचीन ज्ञान-परंपरा को दर्शाती है। अनुष्ठान के पश्चात इसरो वैज्ञानिक दल ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र को चंद्रयान की प्रतिकृति भेंट की। श्री मिश्र ने बताया कि यह अमूल्य भेंट श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्रस्तावित संग्रहालय में प्रदर्शन और संरक्षण के लिए रखी जाएगी।
इसरो के वैज्ञानिक दल में दिनेश कुमार सिंह (डायरेक्टर, ह्यूमन स्पेस सेंटर), पंकज किल्लेदार (डायरेक्टर, मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी), आर. नादागौड़ा (सहायक निदेशक, यू.आर. राव सैटेलाइट सेंटर), के. शाम्बाय्य (डिप्टी डायरेक्टर, लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर), गुरु मूर्ति डी., अरविंद कुमार एम., संजीव कुमार राधाकृष्ण, विनीत जे.ए.डी., आलोक कुमार झा, शशांक एस., अश्विन जी.एस., निक्की श्रीवास्तव, अजय अंधीवाल, महेंद्र बेहेरा और मंजुला आर. शामिल थे।
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