मुरादाबाद: बाढ़ का पानी आने से एक दर्जन से ज्यादा गांवों का टूटा सम्पर्क
कांठ, अमृत विचार। रामगंगा नदी में बाढ़ आने से क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है। एसडीआरएफ की टीम की सहायता से तहसीलदार ने रेस्क्यू अभियान के दौरान बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ पीड़ितों को भोजन के पैकेट पहुंचाए और गर्भवती महिलाओं को गांव से निकालकर सीएचसी कांठ में भर्ती कराया है।
रामगंगा नदी में डैम से पानी छोड़ने के उपरांत एक दर्जन से अधिक ग्रामों की सड़कों पर पानी आ गया है। ग्रामीणों की फसल चौपट हो गई है। ग्रामीणों व पशुओं के समक्ष खाद्य सामग्री का संकट पैदा हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी उतरने लगा है लेकिन गांव में मुख्य सड़कों पर कई फुट पानी भरा हुआ है। एसडीएम संत दास पवार ने ग्रामीणों के बहने व कोई हादसा होने की आशंका से ग्रामीणों के आवागमन पर रोक लगा दी है।
तहसीलदार राजकुमार सिंह एसडीआरएफ टीम के साथ रेस्क्यू एवं अभियान में बाढ़ के पानी में अपनी जान जोखिम में डालते हुए नाव से एवं गहरे गहरे पानी में पैदल चलकर ग्राम दरियापुर, भैंडीफरीदपुर, रफायतपुर आदि आधा दर्जनों ग्रामों का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को गांव में पहुंचकर भोजन के पैकेट वितरित किए। इसके अलावा उन्होंने बाढ़ चौकियों पर भी मौजूद कर्मचारियों व ग्रामीणों के लिए भोजन के पैकेट पहुंचाए।
उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया की बाढ़ पीड़ितों की चिकित्सा सहायता के लिए गांव में चिकित्सा टीमें भेजी गई हैं एवं पुलिस कर्मचारी भी तैनात किए गए हैं, जिनकी सहायता आवश्यकता पड़ने पर लें। उन्होंने ग्राम दरियापुर निवासी गर्भवती महिला दुलारी पत्नी संजय सिंह, प्रेमवती पत्नी चरण सिंह, पिंकी पत्नी राजू को नाव द्वारा सीएचसी कांठ में पर्याप्त उपचार के लिए भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए लगातार पिछले दो दिन से सहायता सामग्री पहुंचाई जा रही है। उन्होंने इस संबंध में बाढ़ चौकियों एवं सीएचसी कांठ को भी निर्देश दिए हैं।
फोटो 4 मार्ग पर भरा पानी।
