क्वीनमेरी समेत 5 बड़े अस्पताल जननी सुरक्षा का लाभ दिलाने में फिसड्डी, समीक्षा कर जिलाधिकारी ने थमाया नोटिस
लखनऊ, अमृत विचार : प्रसूताओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ देने में केजीएमयू के क्वीनमेरी सहित शहर के पांच बड़े अस्पताल फिसड्डी हैं। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई है। सभी अस्पतालों को नोटिस जारी करके जल्द से जल्द भुगतान करने के निर्देश दिए हैं।
जननी सुरक्षा योजना के तहत, शहरी क्षेत्रों में प्रसव के बाद 1,000 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों में 1,400 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रसूता को दी जाती है। इसके अतिरिक्त, आशा कार्यकर्ताओं को भी शहरी क्षेत्रों में 200 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों में 350 रुपये का भुगतान दिए जाने का प्राविधान है। यह भुगतान प्रसव होने के 24 घंटे के भीतर हो जाना चाहिए। अफसरों की लापरवाही से पांच-छह माह से भुगतान अटका हुआ है।
जिले के क्वीनमेरी अस्पताल में इस साल 2104 प्रसव हुए हैं। इसमें एक भी जननी का भुगतान केजीएमयू के जरिये नहीं किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पर DM ने नोटिस जारी कराया है। इसी तरह लोहिया संस्थान के मातृ एवं शिशु रेफरल सेंटर में 1887 प्रसव के सापेक्ष महज 245 का भुगतान किया गया।
लोकबंधु अस्पताल में 342 प्रसव हुए। जबकि 98 का भुगतान किया गया। वीरांगना अवंतीबाई अस्पताल (डफरिन) में 1609 प्रसव और भुगतान 924 का हुआ है। रानीलक्ष्मीबाई अस्पताल में 265 प्रसव हुए इसमें 202 का भुगतान किया जा चुका है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है सभी अस्पतालों को जननी सुरक्षा योजना के तहत भुगतान जल्द से जल्द कराने के निर्देश दिए गए है।
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