Bareilly: उर्स-ए-रजवी में उमड़ेंगे देश विदेश से जायरीन, RAC की मांग...व्यवस्थाएं सुधारे प्रशासन
बरेली, अमृत विचार। उर्स-ए-रजवी का आगाज जल्द ही होने वाला है, मगर उससे पहले दरगाह से जुड़े संगठन सक्रिए हो गए हैं। नबीरा-ए-आला हजरत व ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी के निर्देश पर आरएसी के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन कलेक्ट्रेट पर सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। सड़क और पानी समेत तमाम व्यवस्थाएं उर्स से पहले सुधारने की मांग की गई।
आरएसी के हनीफ अजहरी ने बताया कि 18, 19 व 20 अगस्त को 107 वें उर्स-ए-रजवी का आयोजन होगा। देश-विदेश से बड़ी तादाद में जायरीन बरेली पहुंचेंगे। लिहाजा रेलवे व बस स्टेशनों से दरगाह और उर्स स्थलों तक जायरीन की सुरक्षा का प्रबंध किया जाए। उर्स स्थलों तथा दरगाह के आसपास भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इन दिनों बारिश का मौसम चल रहा है। जगह-जगह सड़कों और चौराहों पर गड्ढे हैं, जिनमें पानी भरने से हादसे का खतरा बना रहता है। ऐसे सभी गड्ढे भरवाने और जलभराव से बचने के इंतजाम किए जाएं। उर्स स्थल व बरेली के आसपास के जिलों को जोड़ने वाली सड़कों को दुरुस्त रखा जाए ताकि जायरीन को किसी तरह की परेशानी न हो।
उर्स के तीनों दिन बिजली व्यवस्था दुरुस्त रहे, इसके लिए पहले से ही तैयारियाँ जरूरी हैं। बिजली सप्लाई का बुरा हाल है। कई सबस्टेशनों पर बड़े ट्रांसफॉर्मरों की हालत जर्जर है। जिन क्षेत्रों में बिजली के तार जर्जर हैं या ट्रांसफॉर्मर आदि में बार-बार दिक्कतें आ रही हैं, वहाँ ये शिकायतें तुरंत दूर कराई जाएं ताकि उर्स के दौरान समस्या पैदा न हो। दरगाह, उर्स स्थलों व रास्तों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था की जाए। जगह-जगह पियाऊ तथा हैंडपंप लगाए जाएं। जो हैंडपंप खराब पड़े हैं उन्हें ठीक कराया जाए। पानी के टैंकरों की भी व्यवस्था की जाए।
इस्लामिया मैदान और जामियातुर्रजा स्थित उर्स स्थलों के पास उपयुक्त संख्या में अस्थायी शौचालय बनवाए जाएं। उर्स के दौरान यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए रूट डायवर्जन का प्लान पहले ही तैयार करके सार्वजनिक कर दिया जाए ताकि जायरीन के साथ-साथ शहर के लोगों को भी सुविधा रहे। जायरीन की संख्या के मद्देनजर जिला अस्पताल में विशेष प्रबंध किए जाएं ताकि चिकित्सा सेवाएं प्रभावित न हों। ऐसे प्रबंध किए जाएं कि पहले से आने वाले मरीजों को भी सुविधा मिल सके और जायरीन की भी जरूरी चिकित्सीय देखभाल हो सके।
जिला अस्पताल के अलावा मेडिकल कॉलेजों और शहर के अंदर बड़े अस्पतालों में उर्स के तीनों दिन अतिरिक्त बेड व स्वास्थ्यकर्मियों की विशेष टीम को सतर्क रहने के निर्देश दिए जाएं। इन सभी सुविधाओं को सुनिश्चित कर समाचारपत्रों, सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाए। मथुरापुर में भी उर्स-ए-आला हजरत मनाया जाता है, जिसमें भारी संख्या में जायरीन शामिल होते हैं। वहां भी बिजली, पानी, साफ-सफाई, मेडिकल कैम्प, सुरक्षा आदि की व्यवस्था की जाए।
खानवादा-ए-आला हजरत के बुजुर्ग हुजूर अमीन-ए-शरीअत का उर्स भी इन्ही तारीखों में कांकर टोला स्थित खानकाहे अमीन-ए-शरीअत में मनाया जाता है जिसमे बड़ी तादाद में जायरीन शिरकत करते हैं खानकाहे अमीन-ए-शरीअत के पास रोड व ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखी जाए व बिजली, पानी, साफ-सफाई के साथ सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतेजाम करवाए जाएं।
इस दौरान हाफिज इमरान रजा, अब्दुल लतीफ कुरैशी, राजू बाबा, मुजफ्फर अली, मोहम्मद जुनैद, हाफिज सलीम रज़ा, सय्यद मुशर्रफ हुसैन, हनीफ अजहरी, सईद सिब्तैनी, रेहान यार खान, मौलाना बाबउद्दीन, मौलाना सय्यद सफदर रजा, मौलाना सय्यद तौकीर रजा, मौलाना रफी रजा, मौलाना लियाकत हुसैन, मौलाना आकिब रजा, मौलाना अब्दुल हलीम रजा, मौलाना तालिब रजा आदि मौजूद रहे।
