इलेक्ट्रानिक माध्यम से संस्कृत बोलना सीख रहे सवा लाख लोग, बच्चों से लेकर वरिष्ठ तक हर कोई दिखा रहा रुचि
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में चल रहा है संस्कृत संभाषण कार्यक्रम
लखनऊ, अमृत विचार: विश्व संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में संस्कृत संभाषण अभियान चल रहा है, जिसमें संस्कृत में बोलचाल और लिखने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय की कक्षाओं में जहां शिक्षक मौखिक रूप से संस्कृत बोलचाल की तकनीक समझा रहे हैं तो वहीं आडियो-वीडियो माध्यम से भी शिक्षित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय की ओर से अभियान के छोटे-छोटे विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी डाला जा रहा है जिसके माध्यम से करीब सवा लाख लोग संस्कृत सीख रहे हैं।
विश्व संस्कृत दिवस 9 अगस्त को मनाया जाता है लेकिन संस्कृत विश्वविद्यालय इसे लेकर पखवाडे भर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। जिसमें 15 दिनों में फरार्टेदार संस्कृत बोलना और लिखना भी सीखाया जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया गया है जिसमें संस्कृत के व्याकरण को अत्यंत सरल तरीके से समझाकर पढ़ाया जा रहा है। कक्षाओं में विशेषज्ञ संस्कृत को संस्कृत के माध्यम से ही बोलकर और संकेत के माध्यम से छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहे हैं। इसके अलावा वीडियो माध्यम से भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।
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बच्चों से बुजुर्ग तक सीख रहे भाषा
संस्कृत संभाषण कार्यक्रम में जितने युवा छात्र-छात्राएं संस्कृत में वार्तालाप करते दिखाई देंगे करीब एक तिहाई ऐसे छात्रों की भी संख्या है जो अवकाश प्राप्त हैं। शास्त्रों को सीखने और जानने के लिए ज्ञान की प्यास को शांत करने संस्कृत सीख रहे हैं।
- संस्कृत की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इस अभियान में भाषा शिक्षण और ज्ञान बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही संस्कृत कुछ प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
डॉ. सर्वनारायण झा, निदेशक, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय
