बाल वाटिकाओं से बच्चों के सपने को नई उड़ान देगी योगी सरकार, स्वाधीनता दिवस पर शुरु होंगी 3000 से अधिक बालवाटिकाएं
लखनऊ, अमृत विचार: स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करने जा रहा है। 3000 से अधिक नव-संचालित बाल वाटिकाएं एक साथ पूरी तरह शुरु हो जाएंगी। स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी और अभिभावक शामिल होकर बच्चों का उत्साहवर्धन करेंगे।
सभी सह-स्थित आंगनवाड़ी केन्द्रों को बालवाटिका में रूपांतरित करने का निर्णय लिया है। साथ ही, कम नामांकन वाले विद्यालयों को भी निकटवर्ती विद्यालयों के साथ जोड़ कर रंगाई-पुताई, सौंदर्यीकरण, बाल-अनुकूल कक्षाओं, प्रिंट-रिच वातावरण और शिक्षण सामग्री की व्यवस्था कर इन विद्यालयों में बालवाटिका संचालन शुरू हो रही है। 15 अगस्त को कार्यक्रमों में बालवाटिका के महत्व, प्रारंभिक शिक्षा के लाभ और सरकार की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला जाएगा। योगी सरकार का यह कदम शिक्षा की मजबूत नींव रखेगा ही, आने वाली पीढ़ी को रचनात्मक, आत्मविश्वासी और जिम्मेदार नागरिक बनाने में भी मील का पत्थर साबित होगा।
बच्चों को ''स्कूल रेडी'' और पोषण पर पूरा ध्यान- कंचन वर्मा
महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्रीमती कंचन वर्मा का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए गतिविधि-आधारित किट (वंडर बॉक्स), लर्निंग कॉर्नर, आउटडोर खेल सामग्री, बाल-हितैषी फर्नीचर एवं स्टेशनरी जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। साथ ही शिक्षक, शिक्षामित्र एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, ताकि 3 से 6 वर्ष के बच्चों को ''स्कूल रेडी'' बनाया जा सके और उनके पोषण पर पूरा ध्यान रखा जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रारंभिक शिक्षा को सबसे उच्च प्राथमिकता दे रही है। बालवाटिका के माध्यम से हम बच्चों के सर्वांगीण विकास और पोषण पर विशेष ध्यान दे रहे हैं, ताकि वे भविष्य के सशक्त, आत्मविश्वासी और जिम्मेदार नागरिक बन सकें। 15 अगस्त को प्रदेश की 3000 से अधिक बाल वाटिकाओं को पूरी तरह क्रियाशील कर, हम बच्चों को शिक्षा का मजबूत आधार देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रहे हैं।
-संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश
यह भी पढ़ेंः इलेक्ट्रानिक माध्यम से संस्कृत बोलना सीख रहे सवा लाख लोग, बच्चों से लेकर वरिष्ठ तक हर कोई दिखा रहा रुचि
