UP : गंगा का बढ़ा जलस्तर, सहसवान क्षेत्र के गांवों में घुसा पानी

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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बदायूं, अमृत विचार। पिछले तीन दिनों से नरौरा बांध से अधिक पानी गंगा में छोड़ा जा रहा है जिससे सहसवान क्षेत्र के आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। साथ ही अब कटान ने भी ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एसडीएम ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है। बाढ़ पर जिला प्रशासन नजर बनाए हुए है। उसहैत के दर्जनों गांवों में सैलाब से हाहाकार मचा हुआ है। अब तक स्थिर दिख रही गंगा ने पूरे इलाके में भारी तबाही मचा दी है। रामगंगा भी रौद्र रूप दिखा रही है।

शनिवार को नरौरा से गंगा में एक लाख 43 हजार 445 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पिछले तीन दिन से पानी इसी तरह छोड़ा जा रहा है। जिससे सहसवान क्षेत्र के महावा नदी पर बना 14 किमी लंबा बांध कई जगह से कमजोर पड़ता दिख रहा है जिसकी मरम्मत कराई जा रही है। इस क्षेत्र के ग्राम रामसहाय नगला और खादी नगला सहित आधा दर्जन गांव पानी से घिरे हुए हैं। इन गांवों को जाने को कोई रास्ता नहीं है। सड़कों पर पानी भर गया है। कई सड़कें कट चुकी हैं। ग्रामीणों को बाहर निकाला गया है। खतरे को देखते हुए गांव खाली करने के निर्देश दिए गए हैं जबकि कुछ ग्रामीण पहले से ऊपरी स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। सहसवान एसडीएम ने तहसील प्रशासन को मौके पर भेजा है। स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। गंगा का पानी बाढ़ के साथ ही अब कटान भी कर रहा है।

बांध के इस ओर ग्रामीणों ने कई जगह डेरा डाल लिए हैं जिससे उन्हें बाढ़ से बचाया जा सके। ग्रामीणों ने कहा कि तहसील प्रशासन के अधिकारी रात को भी आते हैं। बाढ़ खंड का कहना है कि अभी नरौरा से और अधिक पानी छोड़े जाने की संभावना है।

उसहैत क्षेत्र के ग्राम जटा और प्रेमी नगला को तहसील प्रशासन ने पूरी तरह खाली करा दिया है। इन गांवों के लोग बाहर निकल आए हैं। पशुओं को भी गांव से बाहर लाया गया है। लगभग दर्जन भर गांव में बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। कटान तेज हो रहा है जिससे असमिया रफतपुर की ओर गंगा ने कई जगह पर कटान कर दिया है। इस इलाके में पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। सड़कों पर पहले से पानी भरा है। कोई रास्ता नहीं है। दातागंज एसडीएम ने जटा गांव को स्टीमर दिया है जिससे ग्रामीण अपने घरों से सामान बाहर निकाल पा रहे हैं।

जसवंत नगर गांव बाढ़ से घिरा हुआ है। गांव में तीन फुट से अधिक पानी भरा है। खेतों में कहीं कुछ भी नहीं दिख रहा है। पानी के चलते फसलों पहले ही नष्ट हो चुकी हैं। सड़क और चकरोड कट जाने से आवागमन ठप हो गया है। गांव के लोग डनलप ट्रैक्टर ट्राली से अपने घरों का सामान बाहर निकाल रहे हैं।

कछला गंगा घाट पर बढ़ाई गई सुरक्षा
गंगा में पानी बढ़ने से कछला गंगा घाट पर सुरक्षा और बढ़ा दी गयी है। लोगों को वहां से हटा दिया गया है। दोनो किनारों पर स्नान करने पर रोक लगा दी गयी है। हजरतपुर से रसूलपुर तक कुछ भी नहीं दिख रहा है। पुल पर लोगों के जाने पर रोक लगा दी गई है। पुल के उस पार गढ़िया रंगीन को जाने वाली सड़क पूरी तरह पानी में डूब चुकी है। कई दिन से सड़क पर आवागमन बंद है। आनंदपुर और नगरिया खनु में बाढ़ का पानी कहर बरपा रहा है। तहसील दातागंज एसडीएम ने इस क्षेत्र में लेखपाल और कानूनगो को भेजा है।

डीएम ने कादरगंज पुल से किया गंगा जलस्तर का निरीक्षण
डीएम अवनीश राय ने शनिवार को पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कादरगंज पुल के ऊपर से गंगा नदी के जलस्तर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गंगा के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जाए। गंगा के किनारे बसे ग्रामों में विशेष सतर्कता बरती जाए। उन्होंने राजस्व, पुलिस, आपदा प्रबंधन एवं स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और किसी भी परिस्थिति में ग्राम वासियों को समस्या नहीं होने दी जाएगी।

सहायक अभियंता, बाढ़ खंड  नेशपाल ने बताया कि गंगा और रामगंगा में पानी लगातार बढ़ रहा है। इससे दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बाढ़ खंड ने अपने सभी पांचों बांधों पर कर्मचारी तैनात कर दिए हैं। बाढ़ चौकियां भी सक्रिय कर दी गई हैं। विभाग के अधिकारी पल पल की खबर ले रहे हैं। बांध संवेदनशील हैं मगर सुरक्षित हैं अभी तक किसी बांध को खतरा नहीं है। 

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