ऐसी कार्रवाई करें कि मेडिकल पेशे में कोई माफिया न पनपे : योगी
लखनऊ, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मेडिकल पेशे में चल रही किसी भी तरह की माफियागिरी के समूल नष्ट करने की चेतावनी दी है। अफसरों को निर्देश दिए कि ऐसी कार्रवाई करें कि मेडिकल पेशे में किसी भी कीमत पर कोई माफिया न पनपे। उन्होंने विकास परियोजना के लिए भी अफसरों की जवाबदेही तय करने का निर्देश देते हुए कहा कि खामी मिली तो संबंधित अफसर के खिलाफ कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ने रविवार को दोपहर बाद गोरखपुर के एनेक्सी भवन में समीक्षा के दौरान कहा कि गोरखपुर सहित पूरे प्रदेश में माफियाराज को ध्वस्त कर दिया गया है। मेडिकल पेशे में कभी-कभी एम्बुलेंस माफिया या मरीजों को भर्ती कराने में बिचौलियों के खेल की शिकायतें आती हैं। इस पर सतत सख्ती जरूरी है। ऐसी कार्रवाई की जाए जिससे मेडिकल फील्ड में कोई माफिया पनपने न पाए।
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी है कि हर परियोजना के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। तय समय सीमा में गुणवत्ता के साथ काम पूरा करना सुनिश्चित करें। हर परियोजना के लिए एक नोडल अधिकारी बनाया जाए जो कार्य की नियमित निगरानी करें। यदि किसी परियोजना में ठेकेदार की लापरवाही मिले तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। चोतावनी दी कि कोई खामी मिली और गुणवत्ता से समझौता किया तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई तय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी विकास परियोजना को आगे बढ़ाने में यदि कहीं पेड़ काटना पड़े तो उसके एवज में नया पौधा लगाना भी सुनिश्चित किया जाए। पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी जरूर लगाया जाए।
यूनिफॉर्म में ही आएं सरकारी स्कूलों के बच्चे
मुख्यमंत्री ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के यूनिफॉर्म, बैग, जूता-मोजा आदि के लिए सरकार उनके अभिभावकों के बैंक खातों में धनराशि भेजती है। ऐसे में इस बात का ध्यान रखा जाए कि यह धनराशि इसी के लिए खर्च हो। पूरे प्रदेश में विद्यालयों की जांच कर यह व्यवस्था बनाई जाए कि बच्चे यूनिफॉर्म में ही स्कूल आएं। इससे बच्चों के बीच समन्वय और सकारात्मक, अनुशासित माहौल बनेगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को बच्चों के लिए प्री स्कूलिंग से पहले खोले गए बाल वाटिका का भ्रमण कराने का भी निर्देश दिया।
बीमारियों से बचाव को चलाएं जागरूकता अभियान
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी पूर्वांचल के लिए अभिशाप रहे इंसेफेलाइटिस (जेई और एईएस) को नियंत्रित कर लिया गया है। पर, सतत सावधानी की जरूरत है। इसी तरह डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जनता को जागरूक करते रहना होगा। इसके लिए लोगों के बीच जागरूकता और स्वच्छता से जुड़े अभियान चलाए जाएं। जागरूकता को लेकर प्रचार-प्रसार को बढ़ाया जाए। यह कार्य सभी नगर निकायों में हो।
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