Heavy Rain Alert: राजस्थान, जम्मू-कश्मीर में हालात गंभीर; दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में तेज बारिश की चेतावनी जारी, जानें लखनऊ का हाल

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचारः राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई स्थानों पर सड़कें बह गईं, पुल टूट गए, और बारिश से संबंधित हादसों में राजस्थान में पांच किशोरों और दो शिक्षकों सहित हिमाचल में दो लोगों की जान चली गई। राजस्थान के दौसा, सवाईमाधोपुर, कोटा और बूंदी में स्थिति गंभीर है। जयपुर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है। कोटा और बूंदी में बचाव कार्य के लिए सेना और वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार, 25 अगस्त 2025 के लिए दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और पहाड़ी राज्यों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, साथ ही आंधी-तूफान की संभावना भी जताई है।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहा नया निम्न दबाव क्षेत्र और पश्चिमी भारत में सक्रिय चक्रवाती हलचल के कारण मानसून की गतिविधि तेज होगी। अगले दो-तीन दिनों तक पहाड़ी और तटीय क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता चरम पर रहने की आशंका है।

उत्तर प्रदेश के 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

उत्तर प्रदेश में मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद पिछले तीन दिनों में दक्षिणी और तराई क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए पूर्वी और तराई के 30 जिलों में मध्यम से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में गाजीपुर, मऊ, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, बागपत, मेरठ, मथुरा, आगरा, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर शामिल हैं। 26 अगस्त से अगले पांच दिनों तक बारिश की तीव्रता में कमी आने की संभावना है।

लखनऊ और आसपास के इलाकों में सोमवार को भी आंशिक रूप से बादल छाने के बाद दोपहर के समय सामान्यत: बादल छाये रहने के साथ कुछ क्षेत्रों में मेघगर्जन और बीच-बीच में बारिश, गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

इससे पूर्व पूर्वांचल में वाराणसी के बाद सबसे अधिक बारिश मिर्जापुर में हुई। यहां की कई पहाड़ी नदियां भी उफना गई हैं। ऐसे में सड़कों पर पानी भर गया है। विभिन्न स्थानों पर आवगमन रोक दिया गया है। उधर, सोनभद्र में भारी बारिश से धंधरौल बांध के सभी 18 गेट खोल दिए गए हैं। यहां भी रुक-रुककर बारिश हो रही है।

उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट, स्कूल बंद

उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और नैनीताल के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में बिजली चमकने के साथ तेज बारिश का येलो अलर्ट है। 25 अगस्त को भी पर्वतीय क्षेत्रों में ऑरेंज अलर्ट लागू है, और 27 अगस्त तक तेज बारिश की संभावना बनी रहेगी। देहरादून, उत्तरकाशी और चमोली में जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 12 और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया है।

राजस्थान में बचाव कार्य तेज

वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि कोटा और बूंदी में फंसे लोगों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर राहत कार्य चल रहे हैं। कोटा वायुसेना स्टेशन आपदा राहत के लिए तैयार है। बूंदी में स्टेट हाईवे की सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है, और उदयपुर के महाराणा भूपल सिंह अस्पताल में शनिवार रात तेज बारिश के बाद पानी भर गया। जयपुर, भरतपुर, बीकानेर और अजमेर में भी भारी बारिश की आशंका है, जिसके चलते कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

जम्मू-कश्मीर में 30 साल बाद रिकॉर्ड बारिश

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। कठुआ में सहार खड्ड नदी पर बना पुल टूटने से जम्मू-पठानकोट राजमार्ग बंद हो गया। जम्मू में आईआईआईएम छात्रावास के भूतल में सात फीट तक पानी भर गया, और बचाव दल ने पांच घंटे की मशक्कत के बाद नावों की मदद से 100 छात्रों को सुरक्षित निकाला। चंबा, हिमाचल में बादल फटने से डलहौजी में वाहन मलबे में दब गए, और भूस्खलन से बस व टैक्सी प्रभावित हुईं। जम्मू में 24 घंटे में 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 30 साल में सबसे अधिक है। इससे पहले 23 अगस्त 1996 को 218.4 मिमी बारिश हुई थी। तवी नदी के किनारे बने कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए, सड़कें धंस गईं, और पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए।

कश्मीर में भूस्खलन

कश्मीर के गुरेज-बांदीपोरा मार्ग पर 10 से अधिक स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिससे कई वाहन फंस गए। भारी मशीनों की मदद से मलबा हटाकर यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।

हिमाचल में बर्फबारी

हिमाचल के रोहतांग, कुगती, बारालाचा और शिंकुला दर्रों पर रविवार को हल्की बर्फबारी हुई, जिससे ठंड बढ़ गई। बिलासपुर में फोरलेन और पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन से अवरुद्ध हो गए। कुल्लू और मंडी का शिमला व चंडीगढ़ से संपर्क टूट गया है।

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