किशोरी गृहों में बेटियों से संवाद, आत्मनिर्भरता पर जोर : जिला जज और डीएम ने कर निरीक्षण सुविधाओं को और बेहतर बनाने का दिया निर्देश
बाराबंकी, अमृत विचार : महिला कल्याण विभाग संचालित राजकीय सम्प्रेषण गृह (किशोरी) और राजकीय विशेष गृह (किशोरी) का बुधवार को जिला न्यायाधीश प्रतिमा श्रीवास्तव, जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने किशोरियों से सीधे संवाद कर उनकी जरूरतें और सुझाव सुने, साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण दिलाने पर जोर दिया।
निरीक्षण में अधिकारियों ने रसोईघर, शौचालय, आवासीय कक्ष और प्रशिक्षण कक्ष देखे। स्वच्छता और संसाधनों पर संतोष जताते हुए उन्होंने सुविधाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने कहा कि किशोरियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, भोजन और आवासीय सुविधाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम और जिला जज ने स्पष्ट किया कि नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और टीकाकरण की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से सुनिश्चित की जाए। अधिकारियों ने किशोरियों से आश्वासन दिया कि उनकी जायज़ मांगों पर तुरंत कार्रवाई होगी।
13 ब्लॉकों की बेटियों ने बिखेरी कला की चमक
पीएम श्री राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में बुधवार को आयोजित जनपद स्तरीय कला उत्सव 2025-26 में बेटियों ने अपनी कला से सभी का मन मोह लिया। जनपद के 13 ब्लॉकों से आई छात्राओं ने संगीत गायन, वादन, नृत्य, दृश्य कला और कहानी वाचन जैसी प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखाई। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, जिला विद्यालय निरीक्षक ओम प्रकाश त्रिपाठी और प्रधानाचार्या नंदिता सिंह ने किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत आयोजित इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं और लोक कलाओं को बढ़ावा देना था।
प्रतियोगिता में जीजीआईसी की वैष्णवी शुक्ल ने एकल गायन में प्रथम स्थान पाया, वहीं समूह गायन में वैष्णवी, कृतिका, शिवांजली और कोमल की टीम विजयी रही। संगीत वादन में समीक्षा विश्वकर्मा और सिद्धि चतुर्वेदी ने बाजी मारी। नृत्य में जीजीआईसी जैदपुर की नगमा एकल श्रेणी में विजेता बनीं, जबकि समूह नृत्य में जीजीआईसी बाराबंकी की टीम अव्वल रही। नाटक प्रतियोगिता में साजिया, सबीहा और नसरा ने, कहानी वाचन में आंचल रस्तोगी और शिक्षा पटेल ने पहला स्थान हासिल किया। दृश्य कला में शबाना, त्रिआयामी मूर्तिकला में शिवा और स्वदेशी खेल-खिलौने श्रेणी में फिजा व कल्पना विजेता बनीं।
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