पटाखा फ्रैक्ट्री ब्लास्टः 15 वर्ष में बेहटा गांव में चौथी घटना... जांच में जुटी पुलिस

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: बेहटा गांव में पिछले 15 वर्ष में यह चौथी घटना है। अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के अब तक तीन हादसे हो चुके हैं। इन हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है। एक हादसा बाजार में हुआ था। तो वहीं दो हादसे गांव के अवैध विस्फोटक भंडारण के कारण हुए। इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की। इस मामले में पुलिस, प्रशासन और अग्निशमन विभाग की लापरवाही साफ दिख रही है।

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ग्रामीणों के मुताबिक आलम के घर के अंदर पटाखा बनाने का काम चल रहा था। जो पूरी तरह से अवैध था। इसकी जानकारी सभी को थी। चाहे वह पुलिसकर्मी हो या प्रशासनिक अमले के जिम्मेदार। सभी ने इसे अनदेखा किया। इसी लापरवाही के कारण रविवार को बड़ा हादसा हुआ। पास के गांव में रहने वाले रेहान के मुताबिक इससे पहले बाजार में विस्फोट हुआ था। हालांकि इसमें किसी की जान नहीं गई थी। लेकिन गांव में दो हादसे हो चुके हैं। जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी। एक हादसे में सद्दाम और 2014 में सलीम की पत्नी की मौत हुई थी। इन हादसों के बाद भी अधिकारियों ने अवैध पटाखा बनाने व विस्फोटक भंडारण करने वालों पर कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि एक भी बार कोई टीम जांच करने नहीं पहुंची।

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एफएसओ इंदिरानगर ने बताया कि किसी के घर के अंदर जांच नहीं कर सकते हैं। लाइसेंस वाले दुकान व गोदाम की समय-समय पर जांच की जाती है। पुलिस के मुताबिक आलम के भाई मुन्ना के नाम से लाइसेंस था। उसकी मौत के बाद पत्नी खातून के नाम पर स्थानांतरित कर दिया गया। हाल में ही बेटे वारिस ने नवीनीकरण के लिए अपने नाम से आवेदन किया है। लेकिन सवाल खड़ा होता है कि बिना पुलिस और अग्निशमन विभाग के जांच रिपोर्ट के कैसे विस्फोटक भंडारण व पटाखा बनाने का लाइसेंस जारी कर दिया गया। इस सवाल पर दोनों विभाग चुप्पी साध जा रहे हैं।

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वहीं, मुख्य अग्निशमन अधिकारी अंकुश मित्तल ने हादसे के बाद विभाग की तरफ से सूचना जारी की। जिसमें साफ लिखा था कि पटाखा बनाने की फैक्ट्री अवैध है। सीएफओ के मुताबिक बिना अनुमति और मानक के घर के अंदर आतिशबाजी, देशी पटाखे का निर्माण किया जा रहा था। जिसके कारण धमाका हुआ।

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सीएफओ ने कहा अवैध चल रही थी फैक्ट्री

इस पूरे में मामले में फायर विभाग की तरफ से जो जानकारी जारी की गई। उसमें फैक्ट्री को अवैध बता दिया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी अंकुश मित्तल ने बताया कि अवैध रूप से घर में आतिशबाजी देशी पटाखों का निर्माण किया जा रहा था जिसमें ब्लास्ट हुआ था।

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