कानपुर के इन मार्गो पर लगा भीषण जाम : सड़कों पर यातायात का हुजूम, जबरदस्त बारिश से अस्त व्यस्त हुई व्यवस्था
कानपुर, अमृत विचार। इसे कहते हैं करैला, ऊपर से नीच चढ़ा। तीन दिन सोमवार को सारे कार्यालय खुले तो सड़कों पर यातायात का हुजूम बढ़ गया जिससे सुबह 10 बजे कई मार्ग जाम रहे लेकिन उसके बाद दोपहर में बारिश ने शहर की यातायात व्यवस्था को पूरी तरह चौपट कर दिया। सोमवार को दोपहर एक बजे शहर में जबरदस्त बारिश हुई जिससे संभागीय परिवहन कार्यालय मार्ग पर घुटनों तक जलभराव हो गया जिसमें कई वाहन फंसकर खराब हुए और घंटों जाम लगा रहा।
इसी प्रकार फजलगंज चौराहा के पास मरियमपुर की ओर मुख्य मार्ग पर भीषण जलभराव हो गया जिससे कई वाहन खराब हो गया। स्थिति ये रही कि फजलगंज चौराहा से मरियमपुर होते हुए हैलट पुल तक भीषण जाम लग गया जिसमें हजारों की संख्या में वाहन फंसे रहे। गलियों में तमाम कारें घुस गईं जिससे गलियां भी जाम हो गईं।
काकादेव थाना मार्ग भी बुरी तरह जाम में फंसा रहा जबकि आसपास की सड़कों पर घुटनों तक जलभराव होने से लोग परेशान रहे। ऐसे ही आईटीआई के सामने घुटनों तक जाम लगा रहा। हैलट पुल के नीचे से तमाम लोगों श्रमायुक्त कार्यालय के अंदर से निकलने की कोशिश की तो ये मार्ग भी जाम हो गया।
कोपरगंज से घंटाघर तक वाहन उलझे
जरीब चौकी से डिप्टी पड़ाव होते हुए कोपरगंज, घंटाघर जाने वाला मार्ग बारिश के बाद भीषण जाम की चपेट में रहा। कोपरगंज चाचा नेहरु हॉस्पिटल से घंटाघर तक घंटों लोग परेशान रहे। इसी प्रकार घंटाघर से मूलगंज चौराहा तक वाहन रेंगते रहे।
स्कूल छूटा तो हजारों बच्चे जाम में फंसे
दोपहर एक बजे एक घंटे तक झमाझम बारिश होती रही, इसी दौरान कई स्कूलों में छुट्टी हो गयी जिससे हजारों स्कूली बच्चे जाम में फंसे रहे। सबसे ज्यादा काकादेव की ओर से फजलगंज की ओर जाने वाले दो पहिया वाहन सवार अपने बच्चों के साथ परेशान रहे। यही हाल माल रोड, वीआईपी रोड का था, यहां भी स्कूल छूटने के बाद मार्गों पर भीषण जाम लगा और वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। दर्जनों स्कूली वाहन जाम में फंसे रहे।
हैलट के सामने भीषण जाम, ट्रैफिक टीम पस्त
हैलट हॉस्पिटल के आसपास बीते दिनों दो राहगीरों की मौत के बाद यातायात कितने गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हैलट के पास यातायात की टीम तो लगी है लेकिन व्यवस्था संभालने के बजाए ट्रैफिक की टीम अपने मस्त है। सोमवार को सुबह 11.30 बजे हैलट पुल पर गलत दिशा में वाहनों के आने के कारण पुल भीषण जाम में फंसा रहा। इसी प्रकार मेडिकल कालेज की ओर से गलत दिशा में जबरन बाइक सवार और चार पहिया वाहनों के आने से जाम ने विकराल रुप लिया लेकिन ट्रैफिक की टीम टस से मस नही हुई।
झकरकटी बस अड्डा झील, बसों तक नहीं पहुंच पाए यात्री
बारिश के बाद शहीद मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय झकरकटी बस अड्डा झील में तब्दील गया जिसका नतीजा ये रहा कि बस अड्डे के अंदर खड़ी बसों तक कई घंटे यात्री पहुंच नहीं पाए। बस अड्डे के अंदर जलभराव के कारण अधिकांश बसें बस अड्डा के बाहर की खड़ी होकर सवारी भरती और उतारती रहीं जिससे बस अड्डा के बाहर भी भीषण जाम लगा और ये जाम टाटमिल चौराहे तक यातायात को ध्वस्त किये रहा। झकरकटी पुल भी भीषण जाम की चपेट में रहा।
ऐसे परेशान रहा अपना शहर
॰ सुबह 11 बजे हैलट पुल पर 200 से अधिक वाहन फंसे रहे।
॰ दोपहर 1 बजे बारिश के बाद 5000 से अधिक वाहन फजलगंज-हैलट पुल मार्ग पर फंसे
॰ दोपहर 1.30 बजे आरटीओ मार्ग पर 100 से अधिक वाहन फंसे रहे।
॰ दोपहर 2 बजे काकादेव, फजलंगज की गलियां में 100 से अधिक वाहन फंसे।
॰ दोपहर 2 बजे फजलगंज चौराहा से जरीब चौकी रेलवे क्रासिंग तक 200 से अधिक वाहन फंसे
॰ दोपहर 2.15 बजे वीआईपी रोड पर 2000 से अधिक वाहन रेंगते रहे।
॰ दोपहर 2.30 बजे घंटाघर से मूलगंज जाने वाला मार्ग जाम में फंसा रहा।
॰ दोपहर 2.30 बजे कोपरगंज से घंटाघर जाने वाला मार्ग फंसा।
॰ दोपहर 3 बजे झकरकटी पुल से टाटमिल चौराहा तक 300 से अधिक वाहन फंसे।
क्या बोले शहर के लोग जहां जाम लगता, वहां ट्रैफिक की टीम नहीं रहती
फजलगंज चौराहा, आरटीओ मार्ग समेत शहर में कई ऐसे मुख्य मार्ग हैं, जहां बीस-बीस साल से जलभराव हो रहा है लेकिन यहां के जनप्रतिनिधियों ने कभी भी इस समस्या का समाधान कराने का कष्ट नहीं किया जिससे लोग परेशान हैं।-यतीश सिंह, यूपी मोटर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन
यातायात विभाग को चाहिए कि सभी प्रमुख चौराहों पर होमवर्क करके ये देखें कि सबसे ज्यादा कितने बजे कहां जाम लगता है, उसी लिहाज से व्यवस्था करना चाहिए लेकिन जहां जाम लगता है, वहां ट्रैफिक की टीम दूर दूर तक नहीं दिखाई देती।-सरदार मान सिंह बग्गा, प्रधान, गुरुद्वारा नवाबगंज
आधे से ज्यादा शहर बारिश होते ही जलभराव में फंस जाता है और लाखों लोग जाम, जलभराव में परेशान होते हैं, इसके लिए यातायात विभाग को नगर निगम, जल निगम को पत्र लिखकर समस्या का समाधान करने के लिए कहना चाहिए।-शाहिद अब्बास, चेयरमैन,आल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन
जरीब चौकी से डिप्टी पड़ाव के मध्य आहूजा नर्सिंग होम के पास सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है, बारिश होते ही यहां क्षतिग्रस्त सड़क पर ही जाम लगता है। यही हाल हैलट हॉस्पिटल मार्ग का भी है, यहां भी सड़कों की रोड़ी निकल चुकी है।
शहर के प्रमुख मार्गों की मानीटरिंग करने की जरुरत है। जहां यातायात का दबाव नहीं होता है, वहां ट्रैफिक की टीम मौजूद रहती है लेकिन जहां ट्रैफिक अधिक होता है, वहां कोई व्यवस्था संभालने वाला नहीं होता है। ऐसे में शहर की यातायात व्यवस्था को पुन: ठीक करने की जरुरत है। डा. मुबारक अली, निदेशक, हामिद हॉस्पिटल, तलाक महल
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