नेपाल में भड़की हिंसा को देखते हुए भारत ने की अपील, अपने नागरिकों को जारी की एडवाइजरी
दिल्ली। भारत ने नेपाल में ताजा घटनाक्रम को देखते हुए सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने तथा बातचीत के जरिए मुद्दों के समाधान पर जोर देते हुए वहां रह रहे अपने नागरिकों से सतर्कता बरतने को कहा है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यहां एक वक्तव्य जारी कर कहा कि भारत नेपाल के घटनाक्रम पर नजदीकी से नजर बनाये हुये है।
वक्तव्य में कहा गया है, "हम कल से नेपाल में हो रहे घटनाक्रम पर नजदीकी से निगाह बनाये हुये हैं और कई युवाओं की जान जाने से बेहद दुखी हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना करते हैं।"
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत नेपाल का घनिष्ठ मित्र और पड़ोसी होने के नाते आशा करता है कि सभी संबंधित पक्ष संयम बरतेंगे और शांतिपूर्ण तरीकों और बातचीत के ज़रिए किसी भी मुद्दे का समाधान करेंगे। विदेश मंत्रालय ने नेपाल में रह रहे भारतीयों से कर्फ्यू को देखते हुए सतर्क रहने और वहां की सरकार के निर्देशों को मानने की सलाह दी है।
वक्तव्य में कहा गया है, "हमने यह भी संज्ञान लिया है कि अधिकारियों ने काठमांडू और नेपाल के कई अन्य शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है। नेपाल में भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और नेपाली अधिकारियों के बताए दिशानिर्देशों का पालन करें।"
विदित हो कि नेपाल में सोमवार को हुए भारी उपद्रव के बाद हुई पुलिस कार्रवाई में 20 युवाओं की मौत हो गई थी और 350 लोग घायल हो गए थे। ये युवा सरकार के सोशल मीडिया पर रोक लगाने से नाराज थे। देर रात नेपाल के गृहमंत्री रमेश लेखक ने घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में हुई एक कैबिनेट बैठक में सोशल मीडिया पर रोक लगाने वाला आदेश वापस ले लिया गया।
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