कानपुर: करोड़ों के सरकारी प्रोजेक्ट का झांसा देकर युवक से जालसाजों ने की ठगी, रिपोर्ट दर्ज

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। नजीराबाद में युवक को शातिरों ने करोड़ों की सरकारी परियोजना में साझेदार बनाने का झांसा देकर फंसाया और लाखों रुपये ठग लिए। ठगी के संदेह पर पीड़ित ने रकम मांगी तो कॉल रिसीव करना बंद कर दिया। पीड़ित की शिकातय पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की है। 

नजीराबाद के लाजपतनगर निवासी कीर्ति रमन सचदेवी ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी केशवनगर कृष्णधाम के रहने वाले अभय शुक्ला को कई सालों से मुलाकात है। अभय ने उनकी जान-पहचान 2021 को मुंबई में अरुण शुक्ला से कराई थी। अरुण ने खुद को बैंकिंग एंड फाइनेंसियल सर्विस में डीएसए बताया था। मुंबई के होटल में बैठक में अरुण ने उसे कई सरकारी परियोजनाएं बताई। उससे संबंधित दस्तावेज भी दिखाए।

अरुण ने उसे प्रोजेक्ट में साझेदारी का झांसा दिया और कहा कि उसकी भागीदारी प्रोजेक्ट में आर्थिक सहयोगी के रूप में हो सकती है। पीड़ित के अनुसार अरुण पर विश्वास करके उसने प्रोजेक्ट में हामी भर दी। जिसके बाद उसे मीटिंग में भी बुलाया जाने लगा और दस्तावेज भी दिए जाने लगे। इसके बाद अरुण ने अपनी पर्सनल समस्या निपटाने के लिए उससे दो लाख रुपये लिए।

इसके बाद अरुण उससे विभिन्न मद में रुपए लेता रहा। वह जब रुपये देने में आनाकानी करता तो अरुण उसे डर दिखाता कि अगर रुपया नहीं दिया तो प्रोजेक्ट बंद हो जाएगा। पीड़ित के अनुसार अरुण की बातों का समर्थन अभय भी करता था। जिसके चलते उसने ब्याज पर रुपये लेकर अरुण को दिए।

इस चक्कर में वह कर्जदार हो गया। उसे अपना एक फ्लैट ब्याज पर ली रकम चुकाने के लिए गोपाल बाजपेई को देना पड़ा। पीड़ित के अनुसार अब उक्त लोग न तो रुपये लौटा रहे हैं और न ही उसका फोन रिसीव करते हैं। नजीराबाद पुलिस ने बताया कि डीसीपी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।

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